बिहार: बाढ़ व जलजमाव के बाद अब डेंगू का डंक, मरीजों का आंकड़ा हजार पार; सर्वाधिक पटना में
बिहार में डेंगू ने जबर्दस्त ढंग से पांव फैला लिया है। पटना में सर्वाधिक 640 मरीज मिले हैं जबकि भागलपुर दूसरे स्थान पर है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।r
पटना, राज्य ब्यूरो। 980 patients of Dengue identified in Bihar: पटना समेत राज्य के डेढ़ दर्जन जिलों में 27 से 29 सितंबर के बीच मूसलधार बारिश के बाद अभी जल-जमाव और बाढ़ की स्थिति नियंत्रित होनी शुरू ही हुई थी कि मच्छरों के आतंक से सरकार सकते में आ गई है। मच्छरों की वजह से अकेले पटना में 640 लोग डेंगू की चपेट में आ गए हैं। जबकि, राज्य में ऐसे मरीजों की संख्या बीते दिन तक 980 तक पहुंच गई थी। इसके बाद से अब तक के अनुमानित आंकड़ों को जोड़ दें तो राज्य में मरीजों का आंकड़ा हजार पार कर गया है।
अलर्ट हुआ स्वास्थ्य विभाग
बीमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। अकेले पटना में 22 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पीडि़तों के लिए डेंगू समेत पानी से होने वाली बीमारियों की जांच की व्यवस्था की गई है। 10 से 12 अक्टूबर के बीच पटना मेडिकल कॉलेज और नालंदा मेडिकल कॉलेज में भी कैंप लगाकर बीमारी के लक्षणों की जांच होगी।
पूजा पंडालाें में बांटी जा रही दवा
स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि डेंगू के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अकेले पटना शहर में 35 पूजा पंडालों में आवश्यक दवाओं सहित इलाज की दूसरी व्यवस्था की गई है। डेंगू या पानी से दूसरी बीमारी से पीडि़तों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कॉल सेंटर भी चालू किया है। मरीज 104 नंबर पर डायल कर 24 घंटे इलाज के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पटना में सात एंबुलेंस तैयार
विभाग ने दावा किया है कि रोगियों के लिए स्ट्रेचर की व्यवस्था सहित धनुष ब्रिज पर पांच, हनुमान नगर व पत्रकार नगर में एक, कंकड़बाग में साई मंदिर व लोहिया नगर में एक कुल सात एंबुलेंस को तैयार रखा गया है। साथ ही ई-रिक्शा पर 12 टीमों के माध्यम से लार्वा साइकिल स्प्रे कराया जा रहा था। स्थिति की भयावहता को देखते हुए अब ई-रिक्शा की संख्या 24 कर दी गई है। इसके अलावा ई-रिक्शा के माध्यम से लोगों को पानी और मच्छरों की वजह से होने वाली बीमारियों से आगाह किया जा रहा है।
मरीजों की संख्या पर एक नजर
पटना - 640, भागलपुर - 95, नालंदा - 25, नवादा - 11, मधेपुरा - 6, पू. चंपारण - 7, औरंगाबाद - 13, बेगूसराय - 7, गोपालगंज - 6, जमुई - 8, पूर्णिया -13, मुजफ्फरपुर - 13..। इसके अलावा कुछ अन्य जिलों में एक से चार तक मरीज पाए गए हैं।
मंत्री और प्रधान सचिव ने की समीक्षा
डेंगू को बढ़ते प्रकोप को देखते हुए रविवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और स्वास्थ्य के प्रधान सचिव संजय कुमार ने स्वास्थ्य समिति पहुंचे। यहां इन्होंने टीम के साथ मिलकर बीमारी से निजात और बचाव को लेकर बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार भी मौजूद थे। मनोज कुमार ने मंत्री और प्रधान सचिव को समिति द्वारा बारिश होने के बाद से अब तक बीमारी से बचने के लिए क्या कवायद की गई है इसकी जानकारी विस्तार से दी। मंत्री और प्रधान सचिव ने निर्देश दिए हैं कि सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएं ताकि मरीजों को इलाज के लिए इधर उधर भटकना न पड़े। समिति को दवाओं और उपचार की भी समुचित व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और जल जनित बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आम लोगों से अपील की है कि वे घर के आस-पास सफाई रखें। जल -जमाव की स्थिति में घर के आस-पास ब्लीचिंग और चूने के मिश्रण का छिड़काव कराएं। पानी को उबाल कर पीएं। विभाग ने अपील में कहा है कि यदि किसी को डेंगू या अन्य बीमारी का एहसास होता है तो वे एंबुलेंस के लिए 102 और चिकित्सा सलाह के लिए 104 पर 24 घंटे डायल कर सकते हैं।