FLASHBACK: तब कटी पतंग की तरह गिरा था विमान, मारे गए थे 55 यात्री
पटना में शुक्रवार की शाम इंडिगो का एक विमान दुर्घटना में बाल-बाल बचा। इस दुर्घटना ने 17 जुलाई 2000 की उस दुर्घटना की याद दिला दी, जिसमें 55 यात्रियों की मौत हो गई थी।
पटना [राज्य ब्यूरो]। पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार की देर शाम इंडिगो के एक विमान के इंजन में आग लग गई, जिसे समय रहते केबिन क्रू ने देख लिया। इसके बाद पायलट ने सूझबूझ से विमान को टेक-ऑफ के दौरान इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक दिया। दुर्घटना में 174 यात्री बाल-बाल बचे। लेकिन, इंडियन एयरलाइंस का वह विमान उतना सौभाग्यशाली नहीं था, जो 17 जुलाई, 2000 की सुबह पटना में कटी पतंग की तरह गिर पड़ा था।
17 जुलाई 2000 को पटना ने विमान हादसे का भयावह मंजर देखा था। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले इंडियन एयरलाइंस से संबंधित एलायंस एयर का एक विमान (संख्या 7412) पटना के गर्दनीबाग में जमीन पर आ गिरा था। दुर्घटना में विमान में सवार 55 यात्रियों व चालक दल के छह सदस्यों समेत गर्दनीबाग स्थित सरकारी आवास के पांच लोगों की मौत हो गई थी।
एलायंस एयर का वह विमान कोलकाता से दिल्ली की उड़ान पर था। वह सुबह 9.20 बजे पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर उतरने वाला था। एयरपोर्ट के समीप पहुंचते ही विमान के पायलट का विमान से नियंत्रण समाप्त हो गया। इसके बाद हवा में गोता लगाता विमान गर्दनीबाग के उस रिहायशी इलाके में जा गिरा जहां राज्य सरकार के कर्मचारियों के सरकारी आवास हैं।
विमान जिस सरकारी क्वार्टर पर गिरा, उसमें रह रहे गृह विभाग के सहायक समेत परिवार के पांच सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई थी। विमान में सवार केवल तीन यात्री ही जीवित बच सके थे। वे भी बुरी तरह झुलसे हुए हालत में। इस हादसे की जांच में क्रम में पटना हवाईअड्डा को तब देश के सबसे खतरनाक हवाईअड्डों की सूची में शुमार कर लिया गया था।