45 हजार की जनसंख्या का है जिम्मा, 15 चौकी पर तैनात हैं मात्र 33 पुलिसकर्मी
छह हवलदार और 33 पुलिसकर्मी क्षेत्र में अपराध नियंत्रण कर रहे हैं। आबादी के अनुसार 45 हजार की जनसंख्या की सुरक्षा एक खाकी वर्दी के जिम्मे है।
अनिल कुमार, पटना सिटी। शहर में अगर बड़ी घटना हो जाए तो आप किसे ढूढ़ेंगे? लाजमी है पुलिस। क्या आपको पता है चौकी और थानों में पुलिसकर्मी ही कम हैं। कुछ जवानों के ऊपर शहर की एक बड़ी आबादी का जिम्मा है। 18 लाख आबादी की सुरक्षा प्रदान करने का जिम्मा उठाए पटना सिटी अनुमंडल की पुलिस चौकियां हाथी के दांत साबित हो रही हैं। छह हवलदार और 33 पुलिसकर्मी क्षेत्र में अपराध नियंत्रण कर रहे हैं। आबादी के अनुसार 45 हजार की जनसंख्या की सुरक्षा एक खाकी वर्दी के जिम्मे है। थानाध्यक्षों के अनुसार एक पुलिस चौकी में कम से कम एक हवलदार व चार पुलिसकर्मी होने चाहिए।
जर्जर पड़े हैं भवन
वर्तमान में कहीं स्थिति ऐसी है कि पुलिस चौकी की रखवाली करने के लिए जवानों की कमी है। ऐसे क्षेत्रों में पुलिस चौकियों की सुरक्षा का बीड़ा उठाए पुलिसकर्मी आखिर नागरिकों की सुरक्षा कैसे करें। चौकियों में कई का भवन जर्जर है तो कई स्थानों पर हवलदार तथा पुलिसकर्मी नहीं। पुलिस चौकियों वाले क्षेत्र में थाने के भरोसे ही पेट्रोलिंग हो रही है।
तीन थाना है चौकी विहीन तो कहीं जवानों का टोटा
सुल्तानगंज थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार शाही ने बताया कि उनका थाना क्षेत्र पुलिस चौकी विहीन है। पूर्व का बहादुरपुर पुलिस चौकी बहादुरपुर थाना के अधीन चला गया। बाइपास थानाध्यक्ष गोल्डन कुमार ने बताया कि यहां कोई पुलिस चौकी नहीं है। मेहंदीगंज थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस चौकी विहीन है थाना। बहादुरपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि वर्ष 2007 में बहादुरपुर थाना की स्थापना हुई। उसके बाद बहादुरपुर पुलिस चौकी में हवलदार व पुलिसकर्मियों की पो¨स्टग नहीं होने से जवान विहीन चौकी का भवन जीर्णशीर्ण अवस्था में है।
आलमगंज थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि उनके थाना क्षेत्र में स्थापित सादिकपुर पुलिस चौकी में एक हवलदार, महाराजगंज पुलिस चौकी में एक हवलदार व पांच जिला बल के जवान, पुरानी आलमगंज पुलिस चौकी में दो पुलिसकर्मी हैं तथा आलमगंज न्यू पुलिस चौकी पुलिस बल विहीन है। गायघाट आउट पोस्ट में एक हवलदार व तीन पुलिस बल तथा एनएमसीएच में चार पुलिसकर्मी हैं। खाजेकलां थानाध्यक्ष दिनेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि क्षेत्र में स्थापित तीन पुलिस चौकियों में लोदीकटरा व कोटग्रस्त चौकी में चार-चार तथा मोगलपुरा में पांच पुलिसकर्मी हैं।
क्षेत्र में सुरक्षा पर पड़ रहा प्रभाव
चौकियों में पुलिसकर्मी के नहीं होने से कम्युनिटी पुलिसिंग नहीं हो पा रही है। छोटी-मोटी शिकायतों के लिए भी लोगों को थानों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। चोरी, लूटपाट और छिनतई की घटनाएं बढ़ी हैं। क्षेत्र में गश्त और सम्मन तामिला के लिए अलग से ड्यूटी लगानी पड़ रही है। थानों में तैनात पुलिस कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। प्रतिदिन अतिरिक्त ड्यूटी करनी पड़ती है।