Move to Jagran APP

छठ महापर्व के दौरान पिछले वर्ष पानी में डूबने से 44 की हुई थी मौत

छठ महापर्व के दौरान पूरे सूबे में पिछले वर्ष 44 लोगों की पानी में डूबने से मौत हुई थी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 09:00 AM (IST)
छठ महापर्व के दौरान पिछले वर्ष पानी में डूबने से 44 की हुई थी मौत
छठ महापर्व के दौरान पिछले वर्ष पानी में डूबने से 44 की हुई थी मौत

पटना। छठ महापर्व के दौरान पूरे सूबे में पिछले वर्ष 44 लोगों की पानी में डूबने से मौत हुई थी, जबकि 2016 में 47 लोगों की मृत्यु हुई थी। पटना जिले में पिछले वर्ष पांच तथा 2016 में नौ लोगों की मौत हुई थी। महापर्व छठ के लिए प्रतिनियुक्त सभी दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जीवन कुमार एवं पल्लव कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान यह जानकारी दी।

loksabha election banner

प्रशिक्षण में जोर दिया गया कि प्रतिवर्ष छठ महापर्व के दौरान नदी एवं तालाबों में डूबने से मौतें रोकी जाएं। इसके लिए सबसे पहले जल स्तर का नापी कर लें। बैरिकेडिंग के आगे न बढ़ने दें। सुबह के अ‌र्घ्य की समाप्ति के बाद भी घाटों पर नजर रखें। अगले दिन दोपहर 12 बजे तक नजर रखी जाए। तब घटनाएं कम हो सकती हैं। अफवाहों पर ध्यान न देने दिया जाए। भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस को सादे ड्रेस में तैनात करें। नियंत्रण कक्ष में बचाव के सभी व्यवस्था की जाए। घाटों पर खोया-पाया केंद्र खोला जाए। खतरनाक घाटों तक व्रतियों को न पहुंचने दें। पार्किंग व्यवस्था को सख्ती से लागू कराया जाए।

पूजा समितियों से समन्वय बनाकर करें काम

ट्रेनरों ने कहा कि मुख्य सड़कों पर गाड़ियों को न खड़ा होने दें। आकस्मिक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। पेयजल, यूरिनल, शौचालय आदि की व्यवस्था घाटों पर हो। पूजा समितियों के साथ समन्वय स्थापित किया जाए। जिलाधिकारी कुमार रवि ने कहा कि बिना किसी घटना के छठ महापर्व को संपन्न कराएं। पटना जिला में एक भी डूबने की घटना न घटे। थाना प्रभारी भी इसके लिए सक्रिय रहें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.