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हंगामे के बीच प्रस्ताव पारित, नहीं हटेंगे 4300 सफाई कर्मी

बोर्ड की बैठक में प्रसताव पारित।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 02:20 AM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 06:15 AM (IST)
हंगामे के बीच प्रस्ताव पारित, नहीं हटेंगे 4300 सफाई कर्मी
हंगामे के बीच प्रस्ताव पारित, नहीं हटेंगे 4300 सफाई कर्मी

पटना । पटना नगर निगम ने तय किया है कि 2018 से पहले रखे गए 4300 सफाई कर्मियों को 10 साल की सेवा पूरी होने पर क्रमवार ढंग से नियमित किया जाएगा। वहीं नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा इन सफाई कर्मियों को हटाकर आउटसोर्सिग के माध्यम से रखने के फैसले के विरुद्ध निगम पटना उच्च न्यायालय जाएगा। न्यायालय में जाने पर आने वाले खर्च का भी वहन करेगा। हंगामे के बीच शुरू हुई निगम बोर्ड की बैठक में बुधवार को इस आशय का प्रस्ताव पारित किया गया। हंगामे के बीच महापौर सीता साहू ने इसकी घोषणा की।

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: आउटसोर्सिग की व्यवस्था को रद करने की मांग :

वार्ड 34 के पार्षद संजीत कुमार बबलू ने बैठक में प्रस्ताव रखा कि आउटसोर्सिग की व्यवस्था को रद किया जाए। कर्मियों को नियमित किया जाए। पूर्व उप महापौर विनय कुमार पप्पू ने इसका समर्थन किया। उप महापौर मीरा कुमारी सहित पप्पू गुट के पार्षदों ने महापौर को घेर लिया तथा इस प्रस्ताव को पारित करने के लिए दबाव बनाने लगे। महापौर ने स्पष्ट कर दिया कि 2018 से पहले रखे गए 4300 सफाई मजदूर हमारे परिवार के अंग हैं। उनको स्थायी कराना है। आउटसोर्सिग के चक्कर में किसी का कल्याण नहीं हो पाएगा। विनय कुमार पप्पू से अपील की कि ऐसा प्रस्ताव पारित न कराएं, जिससे 4300 सफाई कर्मियों पर भी असर पड़ जाए।

: नगर निगम अपने खर्च पर न्यायालय की शरण में जाएगा :

स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य आशीष कुमार और इंद्रदीप ने महापौर की तरफ से मोर्चा संभाला। प्रस्ताव रखा कि कर्मचारियों को बचाने के लिए नगर निगम अपने खर्च पर न्यायालय की शरण में जाएगा। लोकायुक्त कार्यालय ने सफाई कर्मियों को हटाने को लेकर निर्देश नहीं दिया है। आदेश की गलत व्याख्या करते हुए सफाई कर्मियों को हटाने का फैसला जारी हो गया है। वहीं विनय कुमार पप्पू ने आरोप लगाया कि बिना बहुमत के प्रस्ताव पारित कर दिया गया।

: अस्थायी सफाई कर्मियों की नौकरी बचाना पहली प्राथमिकता - महापौर :

मेयर सीता साहू ने कहा कि 4300 अस्थायी सफाई कर्मियों को बचाना पहली प्राथमिकता है। विनय कुमार पप्पू जब उप महापौर थे तो आउटसोर्सिग की शुरुआत हुई थी। उन्होंने आउटसोर्सिग के पक्ष में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आज कह रहे भ्रष्टाचार है। इसमें अव्यवस्था को दूर किया जाएगा। : आउटसोर्स में भ्रष्ट्राचार, व्यवस्था रद हो - विनय कुमार पप्पू :

पूर्व उप महापौर विनय कुमार पप्पू ने कहा कि आउटसोर्सिग में भ्रष्टाचार है। इसे रद किया जाए। निगम से जारी राशि की आधी ही कर्मियों को मिलती है। वह भी नियमित रूप से नहीं। इस व्यवस्था के तहत 2200 कर्मचारी कार्यरत हैं। उन्हें भी बोर्ड नियमित करने का प्रस्ताव लाए। : आउटसोर्सिग पर कार्यरत कर्मियों का कटेगा ईपीएफ :

निगम के आयुक्त अमित कुमार पांडेय ने कहा कि नगर निगम के बोर्ड ने फैसला लिया है कि 4300 सफाई कर्मियों को नहीं हटाया जाएगा। आउटसोर्सिग पर कार्यरत कर्मियों के खाते में सीधे राशि जाएगी। ईपीएफ भी कटेगा। भ्रष्टाचार अपने आप दूर हो जाएगा। आउटसोर्सिग की व्यवस्था की खामियों की समीक्षा कर दूर किया जाएगा।


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