मरीजों के परिजनों अब नहीं होगा भटकना, IGIMS में तीमारदारों के लिए होगा 350 बेड के आश्रय गृह Patna News
16 नवंबर से आइजीआइएमएस आने वाले मरीजों के परिजनों को रात में ठहरने के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा। अस्पताल में नया आश्रय गृह खुलेगा।
पटना, जेएनएन। राजधानी के बड़े अस्पतालों में शुमार इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में 16 नवंबर से मरीजों के परिजनों को रात में ठहरने के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा। पावरग्रिड की ओर से सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉसिबिलिटी) निधि के तहत 350 बेड का आश्रय गृह तैयार कर लिया गया है। इसकी साजसज्जा को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है।
16 नवंबर को केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह इस आश्रय गृह का शुभारंभ करेंगे। उद्घाटन को लेकर आइजीआइएमएस की ओर से तेजी से कवायद की जा रही है। आश्रय गृह की साफ-सफाई से लेकर इसके कमियों को पूरा करने को लेकर लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण में मिलने वाली कमियों को भी दूर करने का निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
आइजीआइएमएस के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने बताया कि आश्रय गृह के उद्घाटन में केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह, राज्य के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, दीघा के विधायक डॉ. संजीव चौरसिया शामिल होंगे। आश्रय गृह से आइजीआइएमएस पहुंचने वाले मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।
हर दिन पहुंचते हैं चार हजार मरीज
आइजीआइएमएस में हर दिन लगभग चार हजार मरीज ओपीडी व इनडोर में इलाज के लिए पहुंचते हैं, मगर मरीजों को एक दिन में जांच व इलाज नहीं होने के कारण रुकना पड़ता है, जबकि भर्ती मरीजों के साथ अधिक लोगों के रहने पर उन्हें खुले आकाश के नीचे रात गुजारनी पड़ती है।
एम्स दिल्ली की तर्ज पर तैयार हुआ आश्रय गृह
आइजीआइएमएस में बना आश्रय गृह एम्स दिल्ली की तर्ज पर तैयार किया गया है। आश्रय गृह में सिंगल, डबल, ट्रिपल बेड वाले रूम भी उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त एसी-नॉन एसी के साथ सूट कमरा भी इसमें उपलब्ध है। इसके साथ ही हॉल में भी बेड लगाकर मरीजों के रहने की इसमें व्यवस्था होगी। बताया जाता हैं कि एम्स दिल्ली में भी इसी तरह की व्यवस्था है। इसके रखरखाव का जिम्मा भी दिल्ली की एजेंसी को दिया गया है।