पुलिस लाइन से गायब हो गए 200 पुलिसकर्मी, 34 को किया गया बर्खास्त
पटना पुलिस लाइन से गायब चल रहे 34 पुलिसकर्मी को बर्खास्त कर दिया गया है। जबकि 69 पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों से बर्खास्तगी को ले स्पष्टीकरण मांगा गया है।
पटना [जेएनएन]। डीआइजी के निरीक्षण में पुलिस लाइन से गायब मिले 200 पुलिसकर्मियों में 34 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है। ये सभी पिछले पांच साल से गायब थे। जबकि 69 पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों से बर्खास्तगी को ले स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं गायब 36 पुलिसकर्मियों ने त्यागपत्र समर्पित कर दिया है। जबकि 11 पुलिसकर्मी पुलिस लाइन में वापस लौट आए हैं। ऐसे जवानों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है।
गायब एक जवान का पता घर वालों को भी नहीं
22 फरवरी को डीआइजी राजेश कुमार पुलिस लाइन का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। लाइन में तैनात अफसर 200 पुलिसकर्मियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके। डीआइजी ने ऐसे पुलिसकर्मियों को वापस लौटने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। सप्ताह पूरा होने के बाद एक भी जवान नहीं लौटा। जांच में पता चला कि इनमें अधिकांश पुलिस पदाधिकारी और जवान पिछले पांच सालों से गायब है। बगैर किसी सूचना के जवानों के गायब होने पर डीआइजी ने एक-एक जवान के बारे में जानकारी जुटाने का निर्देश दिया था। साथ ही सूचना के बाद भी वापस सेवा नहीं देने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया था।
जांच में पता चला कि एक पुलिसकर्मी जेल में है, जबकि एक जवान ने फर्जीवाड़ा कर नौकरी हासिल कर ली थी। एक जवान लापता है, जिसकी खबर उसके घर वालों को भी नहीं है। वहीं दो पुलिसकर्मियों का पता ही गलत निकला। दोनों जवान कहां है, किसी को नहीं पता। पुलिस चार जवानों के बारे में जानकारी जुटा रही है। 52 पुलिसकर्मी ऐसे हैं, जिन पर विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है।
लाइन से गायब हो गए जवानों की अर्जी
पुलिस सूत्रों की मानें तो गायब पुलिसकर्मियों में अधिकांश ने सीनियर अफसर को नौकरी छोडऩे की अर्जी दी। एसएसपी ऑफिस से ऐसे जवानों की अर्जी भी पुलिस लाइन भेजी जाती रही है, लेकिन वहां ऐसे अर्जी को कचरे की तरह फेंक दिया गया। यहां तक कि लाइन के अधिकारी यह भी नहीं पता नहीं कर सके कि कितने जवान गायब हैं और कहां है। डीआइजी ने दो दिनों तक पुलिस लाइन में जब निरीक्षण किया तब गायब जवानों की संख्या सामने आ सकी। इसके साथ ही 70 कुक कहां तैनात हैं इसकी जानकारी भी डीआइजी को नहीं दी जा सकी।
कई को रास नहीं आई पुलिस की नौकरी
पुलिस सूत्रों की मानें तो बर्खास्त 34 पुलिसकर्मियों में 15 से अधिक को पुलिस की नौकरी रास नहीं आई। वे दूसरे विभाग में नौकरी कर रहे हैं या फिर त्यागपत्र देने के बाद प्राइवेट जॉब कर रहे है। इतना ही नहीं, जिनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है उसमें भी अधिकांश जवान दूसरे विभाग में नौकरी कर रहे हैं।
69 पुलिसकर्मियों को नोटिस दिया गया है। जबकि लंबे समय से गायब 34 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है। कई अन्य के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
- राजेश कुमार, डीआइजी