बिहार: मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ मंदिर में बड़ा हादसा, मची भगदड़ में 27 लोग घायल
मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ मंदिर में आज जलाभिषेक के दौरान बड़ा हादसा हो गया जिसमें 27 लोग घायल हो गए। घायल लोगों का इलाज किया जा रहा है। घटना रविवार के देर रात की है।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। सावन की तीसरी सोमवारी पर मुजफ्फरपुर में बड़ा हादसा हुआ है। यहां गरीबनाथ मंदिर में भगवान को जल चढ़ाने की होड़ में लगी लाइन में भगदड़ मच गई, जिसमें 27 लोगों के जख्मी होने की खबर है। घायलों में कांवरिया सहित महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। सभी घायलों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गरीबनाथ मंदिर में जल चढ़ाने के लिए लगी लाइन में अचानक भगदड़ मच गई जिसमें 27 लोग घायल हो गए। आज तीसरी सोमवारी है जिसे लेकर बाबा गरीबनाथ के जलाभिषेक के लिए कांवरियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। रविवार की देर रात हरिसभा चौक स्थित ओवरब्रिज पर कांवरियों की लगी लाइन में भीड़ बेकाबू हो गई जिसकी वजह से भगदड़ मच गई।
मची भगदड़ की वजह से पुल पर रस्सी से बनी बैरिकेडिंग टूट गई। इससे कई कांवरिये पुल से गिर कर घायल हो गए। वहीं कई महिलाएं और बच्चे भी बेहोश हो गए। जानकारी के मुताबिक अबतक 27 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
पुलिस के जवानों का कहना है कि कावड़ियों से लगातार जलाभिषेक के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की जा रही थी। सुबह चार बजे तक कई बार भीड़ अनियंत्रित हुई थी। बीच में स्थिति संभाल ली गई, लेकिन फिर कांवड़िये अनियंत्रित हो गए और भगदड़ मच गई। पुलिस के मुताबिक, फिलहाल हालात नियंत्रण में है।
पुलिस के जवानों ने बताया कि वो कांवरियों से लाइन में लगने का आग्रह करते रहे, लेकिन भीड़ में कोई सुनने को तैयार नहीं था। हादसे के बाद पुल पर कावंरियों को एक-एक कर आगे भेजा जा रहा था लेकिन पहले पहुंचने के क्रम में भगदड़ मच गयी और हादसा हो गया।
विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवक घायलों और कांवरियों की सेवा में जुटे हुए हैं। जलाभिषेक के लिए मंदिर परिसर से काफी दूर तक लंबी लाइन लगी है। लाइन में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। पुलिस और प्रशासन हरसंभव भीड़ को नियंत्रित करने में लगा है।
बता दें कि हर साल सावन में बिहार के गरीबनाथ मंदिर में राज्य के हर कोने से लाखों लोग भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। पूरे सावन महीने में लोगों की काफी भीड़ होती है, खासकर सोमवारी के दिन लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है और पुलिस प्रशासन की पुख्ता व्यवस्था के बावजूद जलाभिषेक के लिए भगदड़ मच जाती है। इस बार भी दो सोमवारी में भीड़ नियंत्रित थी लेकिन तीसरी सोमवारी ये हादसा हो गया।