बिहार में पंचायत चुनाव ने बढ़ा दिया शराब तस्करों का कारोबार, जानिए किस जिले में कितनी पकड़ी गई मदिरा
Liquor Smuggling in Bihar बिहार में पंचायत चुनाव ने शराब तस्करों की व्यस्तता और आमदनी दोनों बढ़ा दी है। पहले मतदान वाले इलाकों में शराब की खपत बेतहाशा बढ़ गई है। इसकी पुष्टि खुद सरकार की ओर से जारी आंकड़े ही कर रहे हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Panchayat Chunav 2021: बिहार में लंबे अरसे से शराबबंदी है, लेकिन राज्य के हर हिस्से में शराब उपलब्ध है। पंचायत चुनाव से ठीक पहले राज्य में शराब की खपत बढ़ गई है। इसका नतीजा है कि शराब की तस्करी भी बढ़ गई है। जिन जिलों में पहले चुनाव हैं, वहां अधिक मात्रा में शराब पकड़ी जा रही है। राज्य के ग्रामीण इलाकों में आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक पुलिस ने करीब साढ़े चार लाख लीटर शराब जब्त की है। इसमें एक चौथाई से अधिक शराब पहले चरण वाले चुनाव के इलाकों से पकड़ी गई है। इसके अलावा मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग की टीम ने भी इस माह 1.20 लाख लीटर से अधिक शराब पकड़ी है।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, पिछले माह 24 अगस्त से पूरे राज्य में चार लाख 50 हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की गई है। इसमें एक लाख 25 हजार लीटर शराब सिर्फ पहले चरण के 10 जिलों से बरामद हुई है। वाहन चेकिंग के दौरान चार करोड़ 49 लाख 78 हजार रुपये की जुर्माना राशि वसूली गई है, इसमें से एक करोड़ 46 लाख 56 हजार 300 रुपये की राशि पहले चरण वाले जिलों से वसूली गई है।
दो दिनों में 17 हजार लीटर शराब जब्त
मद्य निषेध इकाई की टीम ने दो दिनों में 17 हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की है। इसमें सबसे अधिक 5250 लीटर स्प्रिट मोतिहारी के पिपरा थाना क्षेत्र से एक ट्रक से पकड़ा गया है। मुजफ्फरपुर के मुसहरी से यूपी के ट्रक में लदी 4374 लीटर शराब जब्त की गई है। इसके अलावा पूर्णिया, बेगूसराय, कटिहार, औरंगाबाद, सुपौल आदि में भी जांच टीम ने शराब जब्त की है।
- 4.50 लाख लीटर शराब बरामद की है पुलिस ने आचार संहिता लगने के बाद
- 1.25 लाख लीटर शराब सिर्फ पहले चरण वाले 10 जिलों से हुई है बरामद
विशेष आपरेशन, मुख्यालय से जा रहे अफसर
पंचायत चुनाव को लेकर मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने विशेष आपरेशन भी शुरू किया गया है। इसके अलावा मुख्यालय स्तर से भी उत्पाद और पुलिस विभाग के पदाधिकारी फील्ड में जा रहे हैं। डीएसपी रैंक के अफसरों का रोस्टर भी बनाया गया है। यही कारण है कि हाल के दिनों में शराब की कई बड़ी खेप पकड़ी गई है। मद्य निषेध अधिकारियों के अनुसार, जिन-जिन जिलों में पंचायत चुनाव पहले है, वहां पहले अभियान चलेगा। वहां की जिला पुलिस को भी गश्ती और वाहन चेकिंग बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
सितंबर में सर्वाधिक जब्ती वाले जिले
जिला जब्त शराब
- पटना 13,196
- कैमूर 12,653
- औरंगाबाद 9,930
- वैशाली 9,277
- नवादा 8,690
- बेगूसराय 7,180
(शराब की मात्रा लीटर में)