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दिल्ली के लिए बिहार से रवाना हुए म्यांमार के 22 नागरिक, लुकआउट नोटिस को लेकर होगी पूछताछ

म्यांमार के 22 नागरिक मंगलवार की रात दिल्ली जाने वाली हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी स्पेशल ट्रेन से गया जंक्शन से रवाना हो गए। सभी को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच जंक्‍शन पर लाए गए थे।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 10:09 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 10:42 PM (IST)
दिल्ली के लिए बिहार से रवाना हुए म्यांमार के 22 नागरिक, लुकआउट नोटिस को लेकर होगी पूछताछ
दिल्ली के लिए बिहार से रवाना हुए म्यांमार के 22 नागरिक, लुकआउट नोटिस को लेकर होगी पूछताछ

गया, जेएनएन। म्यांमार के 22 नागरिक मंगलवार की रात दिल्ली जाने वाली हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी स्पेशल ट्रेन से गया जंक्शन से रवाना हो गए। रेल प्रशासन ने रवानगी से पहले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई। सभी नागरिक पुलिस सुरक्षा के बीच लाए गए थे। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने के कारण दिल्‍ली पुलिस सभी से पूछताछ करेगी। 

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बता दें कि म्यांमार के 22 नागरिक गत 27 मई को कोलकाता से सड़क मार्ग से गया एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। यहां से उन्हें म्यांमार इंटरनेशनल एयरवेज की उड़ान से यंगून जाना था।  गया एयरपोर्ट पर जांच के दौरान गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले इमीग्रेशन द्वारा जारी पर्याप्त दस्तावेज न होने के कारण रोक लिया गया था।

जांच हुई तो पता चला कि इन नागरिकों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की ओर से लुकआउट नोटिस जारी है। इसके बाद जिला प्रशासन ने उन्हें इमीग्रेशन विभाग की कस्टडी में दे दिया था। पूछताछ के बाद उन्हें बोधगया में पर्यटन विभाग के सुजाता विहार होटल में रखा गया था। लुकआउट नोटिस जारी होने के कारण इन नागरिकों को तीन जून तक दिल्ली पुलिस के सामने हाजिर होना था। इसी कारण वे मंगलवार की रात हावड़ा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन पकड़ कर दिल्ली चले गए। 

एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि दिल्ली जाने के लिए ट्रेन का टिकट उन्हीं नागरिकों ने करवाया। बोधगया थाने की पुलिस ने सभी को मंगलवार की देर शाम गया जंक्शन पर ट्रेन पर बिठा दिया। गया जंक्शन से ट्रेन के रवाना होने के बाद बोधगया पुलिस भी चली गई।

गौरतलब है कि उन संदिग्धों में से महज एक टूटी-फूटी हिदी बोल-समझ पाता है। बाद बाकी स्थानीय भाषा में संवाद करते हैं। लॉकडाउन में द्विभाषियों की मौजूदगी नहीं होने से उनकी बात समझ पाना सहज नहीं। जरूरत पड़ने पर सभी की तरफ से वह हिदीभाषी ही संवाद करता है। बता दें कि यह पूरा मामला बिहार से लेकर दिल्‍ली तक चर्चा का विषय बना हुआ है। गया से रवाना होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। 


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