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केंद्र ने नहीं माना नीतीश का आग्रह तो क्‍या करेगी बिहार सरकार, तेजस्‍वी ने पूछा ये सवाल; कांग्रेस व जाप से भी उठी आवाज

Politics on Caste Based Census जातिगत जनगणना के मुद्दे को विपक्ष की ओर से भी गर्माया जा रहा है। केंद्र सरकार से पुनर्विचार के लिए नीतीश के आग्रह के बाद तेजस्वी यादव ने भी सवाल उठाया है कि अगर केंद्र ने स्वीकार नहीं किया तो राज्य सरकार क्या करेगी।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Sun, 25 Jul 2021 07:10 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jul 2021 07:10 AM (IST)
केंद्र ने नहीं माना नीतीश का आग्रह तो क्‍या करेगी बिहार सरकार, तेजस्‍वी ने पूछा ये सवाल; कांग्रेस व जाप से भी उठी आवाज
तेजस्‍वी यादव और नीतीश कुमार। फाइल फोटो

पटना, राज्‍य ब्‍यूरो। Bihar Politics: जनगणना में जाति को शामिल करने की मांग को लेकर बिहार की सियासत गर्माती जा रही है। विपक्ष के साथ ही सत्‍ता पक्ष के दल भी इस मसले पर मुखर हैं। बिहार की एनडीए सरकार में शामिल जदयू और हम ने इसके लिए आवाज उठाई है तो राजद, कांग्रेस और जाप जैसी पार्टियां इस मसले पर सरकार को घेरने में जुट गई हैं। जातिगत जनगणना के मुद्दे को विपक्ष की ओर से भी गर्माया जा रहा है। केंद्र सरकार से पुनर्विचार के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सवाल उठाया है कि अगर केंद्र ने स्वीकार नहीं किया तो राज्य सरकार क्या करेगी।

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तेजस्वी ने शनिवार को ट्वीट करके दावा किया कि उनकी मांग पर ही बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से जातिगत जनगणना का प्रस्ताव पारित हुआ था। तेजस्वी ने कहा कि केंद्र सरकार में जदयू की हिस्सेदारी है। कैबिनेट में मंत्री भी हैं। इस मसले पर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र सरकार से फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह कर चुके हैं। वहीं जीतन राम मांझी ने भी पूछा है कि जाति आधारित जनगणना आखिर क्‍यों नहीं हो सकती है।

पहले जदयू-भाजपा तय करें जाति जनगणना हो या नहीं : कांग्रेस

जाति आधारित जनगणना को लेकर भाजपा-जदयू के अलग स्टैंड पर कांग्रेस ने जोरदार हमला बोला है। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा ने कहा कि खुद गृह मंत्री रहे राजनाथ सिंह ने 2018 में कहा था कि भाजपा जाति आधारित जनगणना के पक्ष है, लेकिन अब भाजपा इससे मुकर रही है। खुद भाजपा की सहयोगी जदयू और सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि जातीय जनगणना को ले केंद्र अपने फैसले पर विचार करे। अब भाजपा-जदयू आपस में तय करे कि करना क्या है। नीतीश कुमार के प्रस्ताव को नकार कर भाजपा सीधे-सीधे जदयू को आइना दिखा रही है।

जाप पक्ष में, सड़क पर उतरने का एलान

जन अधिकार पार्टी भी नीतीश कुमार के समर्थन में है। जाप ने कहा है कि किसी भी हाल में देश में जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। जाप के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा ने शनिवार को कहा कि भारतीय संस्कृति में धर्म से भी गहरी जड़े हैं जाति की।  ठोस सरकारी नीति के बगैर असमानताओ को दूर नहीं किया जा सकता है।  2019 और 2020 में बिहार सरकार ने दो दो बार बिहार विधान मंडल से सर्वसम्मति से इस आशय का प्रस्ताव पारित करवाकर केंद्र सरकार को भेजा था किंतु केंद्रीय सरकार द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी प्रारंभ से ही जातीय जनगणना के पक्ष में है यदि ध्यान नहीं दिया गया तो हम लोग सड़क पर उतर निर्णायक संघर्ष करेंगे।


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