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पटना में अधिक भाड़ा मांगने पर एंबुलेंस मालिक और ड्राइवर गिरफ्तार, निजी अस्‍पताल पर प्राथमिकी दर्ज

EOU raid on Ambulance service फर्म के मालिक और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। एक एंबुलेंस सीज कर ली गई है वहीं इस फर्म की 25 और एंबुलेंस की खोजबीन की जा रही है। दूसरी तरफ पटना के एक निजी अस्‍पताल पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 08:45 AM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 08:45 AM (IST)
पटना में अधिक भाड़ा मांगने पर एंबुलेंस मालिक और ड्राइवर गिरफ्तार, निजी अस्‍पताल पर प्राथमिकी दर्ज
पटना में ज्‍यादा किराया वसूलने पर एंबुलेंस संचालक पर कार्रवाई। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण टीम। बिहार में कोरोना मरीजों से लूट मचाने वाले अस्‍पतालों, एंबुलेंस संचालकों और दवा की कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई का सिलसिला तेज हो गया है। सरकार द्वारा निर्धारित किराया से अधिक रुपए वसूलने की शिकायत पर आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई (ईओयू) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईओयू ने बिहटा से पटना के बीच एंबुलेंस की सेवा देने वाली एक फर्म के मालिक और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। एक एंबुलेंस सीज कर ली गई है, वहीं इस फर्म की 25 और एंबुलेंस की खोजबीन की जा रही है। दूसरी तरफ मरीज से अधिक रुपए वसूलने वाले पटना के एक निजी अस्‍पताल पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

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बिहटा के सिकंदरपुर का रहने वाला है एंबुलेंस मालिक

मिली जानकारी के अनुसार पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र के बाईपास से हुई एंबुलेंस के मालिक दीपक की गिरफ्तारी हुई और एंबुलेंस को जब्‍त किया गया। वह बिहटा के ही सिकंदरपुर का रहने वाला है। उससे पहले अगमकुआं से एंबुलेंस के ड्राइवर मुंद्रिका प्रसाद उर्फ छोटू मिस्‍त्री को गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोप है कि वह बिहटा से रोगी को लाने के लिए रु 9000/- मांग रहा था, जो प्रशासन द्वारा तय दर से बहुत ज्यादा है।

कंकड़बाग स्थित बुद्धा हॉस्पिटल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

कंकड़बाग स्थित बुद्धा हॉस्पिटल ने मरीज को डिस्चार्ज करने के बाद उसके नाम पर रेमडेसिविर इंजेक्शन का उठाव कर लिया है। जिला प्रशासन ने प्रारंभिक जांच में मामले को सही पाने पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ पत्रकार नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। अस्पताल में धावा दल ने लगभग तीन घंटे तक प्रबंधन को मरीजों की शिकायत पर पक्ष रखने का मौका दिया, लेकिन एक डॉक्टर के अलावा कोई सामने नहीं आया। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर महामारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।

18 हजार की बजाय 50 हजार रुपए की हो रही थी वसूली

जिलाधिकारी ने बताया कि जिला नियंत्रण कक्ष को शिकायत मिली थी कि पत्रकार नगर थाना क्षेत्र स्थित बुद्धा हॉस्पिटल में मरीज से दैनिक चिकित्सा शुल्क 50 हजार रुपये वसूल किया जा रहा है। सरकार द्वारा निर्धारित दर के अनुसार अस्पताल को अधिकतम 18 हजार रुपए चार्ज करना है। वरीय उपसमाहर्ता प्रवीण कुंदन के नेतृत्व में छापेमारी के दौरान ज्ञात हुआ कि मरीजों को भुगतान की कोई पक्की रसीद नहीं दी जा रही थी। अस्पताल में भारी अनियमितता और मरीजों के स्वजन का आर्थिक दोहन के खिलाफ कार्रवाई की गई।


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