महाराष्ट्र से लौट रहे बिहारियों को कोरोना जांच के बाद ही एंट्री, पटना के स्टेशनों पर मेडिकल टीमें तैनात
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की स्थिति विस्फाेटक हो गई है। वहां लॉकडाउन की आशंका के कारण अप्रवासी बिहारी बड़े पैमाने पर घर लौट रहे हैं। रेलवे ने उनके लिए स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं। बिहार आने पर उन्हें स्टेशनों पर कोरोना जांच के बाद ही एंट्री दी जा रही है।
पटना, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से अप्रवासी बिहारी घर लौट रहे हैं। रेलवे ने उनके लिए स्पेशल ट्रेनें भी शुरू की हैं। उनके साथ बिहार में भी कोरोनावासरस का संक्रमण न फैल जाए, इसे लेकर राज्य सरकार गंभीर है। इन स्पेशल ट्रेनों से बिहार आने वाले यात्रियों की अनिवार्य रूप से कोरोनावायरस संक्रमण की जांच की व्यवस्था की गई है। इसके बाद ही उन्हें शहर में एंट्री दी जाएगी। यह व्यवस्था ट्रेन, बस या फ्लाइट, किसी भी माध्यम से बाहर से आने वाले यात्रियाें के लिए की गई है।
पटना के स्टेशनों पर मेडिकल टीमों की तैनाती
ट्रेनों की बात करें तो इन दिनों कोरोना प्रभावित महाराष्ट्र से बिहारियों की बड़े पैमाने पर घर वापसी हो रही है। इसे दिखते हुए मुंबई और पुणे से आने वाली हर ट्रेन के सभी यात्रियों की कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है। पटना में इसके लिए पटना, राजेंद्र नगर और दानापुर स्टेशनों पर मेडिकल टीमें तैनात की जा रहीं हैं। दानापुर स्टेशन पर जांच के लिए 75 टीमें बनाई गई हैं। वहां 25-25 टीमें तीन पालियों में तैनात की जानी हैं। बुधवार को जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पटना जंक्शन का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की। इसके पहले मंगलवार को डीएम ने दानापुर स्टेशन का निरीक्षण किया था।
कोरोना की जांच के लिए दिया जा रहा प्रशिक्षण
मुंबई और पुणे से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए तीन शिफ्ट में 25-25 टीमों को दानापुर स्टेशन पर तैनात किया जाएगा। हर पांच टीम पर एक सुपरवाइजर और 25 टीम पर एक सुपर जोनल सुपरवाइजर की नियुक्ति की जाएगी। जांच के लिए सभी टीम को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एएनएम का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। बुधवार को पहले दिन जिला स्वास्थ्य समिति में 48 एएनएम ने प्रशिक्षण लिया। गुरुवार को भी प्रशिक्षण जारी रहेगा।
स्टेशनों पर रैपिड एंटीजन किट से की जाएगी जांच
पटना के डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि स्टेशनों पर पर्याप्त संख्या में काउंटर बनाकर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करें। यात्रियों की जांच के लिए पर्याप्त संख्या में रैपिड एंटीजन किट की व्यवस्था करने को भी कहा गया है। डीएम ने टेस्टिंग कार्य के सुचारू और सफल संचालन के लिए दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और बल को प्रतिनियुक्त करने के लिए भी संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया है।