Murder in Saran: छपरा में मुखिया के पौत्र की गोली मारकर हत्या, ईंट भट्ठे पर पड़ा मिला शव
Murder in Manjhi छपरा में अपराधियों ने मुखिया पौत्र की गोली मारकर की हत्या मुखिया की ही चिमनी से शव बरामद सिर में मारी गई थी एक गोली प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पुलिस को स्वजनों के बयान का इंतजार
छपरा, जागरण संवाददाता। Murder in Saran: सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के महम्मदपुर गांव में रविवार की देर रात अपराधियों ने स्थानीय मुखिया पौत्र की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक मांझी थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर पट्टी गांव निवासी मुखिया सियादेवी का पौत्र और शैलेंद्र उपाध्याय का 24 वर्षीय पुत्र आकाश कुमार बताया गया है। गोली उसके सिर में मारी गई थी, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई थी।
रात में गया था अपनी चिमनी पर
इस घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि वह रात में गांव स्थित अपनी चिमनी (ईंट भट्ठा) पर गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। सोमवार की अल सुबह जब उसके स्वजन खोजबीन किए तो उसका शव चिमनी स्थित कच्ची ईंट के समीप पड़ा मिला। गोली उसके सिर में मारी गई थी। वही उसका मोबाइल भी पास पड़ा हुआ था। आकाश का शव देखते ही स्वजनों में कोहराम मच गया।
स्वजन अभी बोलने से कर रहे परहेज
आनन-फानन में इस बात की सूचना मांझी थानाध्यक्ष को दी गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया। जहां शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद उसे स्वजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। हालांकि इस मामले में स्वजन अभी कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। वहीं मुखिया पौत्र की हत्या के बाद गांव में दहशत का माहौल है। गांव में लोग दबी जबान से बात तो कर रहे हैं लेकिन कोई भी कुछ बताने से परहेज कर रहा है।
हत्या के कारणाें का नहीं चल रहा पता
मांझी थानाध्यक्ष ने बताया कि आकाश को उसकी चिमनी पर ही सिर में गोली मारकर हत्या की गई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे स्वजनों को सुपुर्द किया गया है। समाचार प्रेषण तक इस मामले में स्वजनों द्वारा बयान दर्ज नहीं कराया जा सका है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद मामले की विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सकेगी। पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचते ही स्वजनों का रोना पीटना शुरू हो गया है। इस हत्या के बाद पूरा गांव सकते में है। फिलहाल हत्या के कारणों का पता स्पष्ट नहीं हो सका है।