वाराणसी से कोलकाता तक चलने लगे कार्गो जहाज, पटना के व्यवसायियों को राष्ट्रीय जलमार्ग से मिल रहा लाभ
राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक में गंगा के रास्ते मालवाहक जहाजों के ट्रायल के बाद अब परिचालन शुरू हो गया। करार के अनुसार कुल पांच मालवाहक जहाज कॉर्पोरेशन को सुपुर्द किया जाना है। इनमें से रविंद्र नाथ टैगोर जहाज पहले ही दिया जा चुका है।
पटना सिटी, जागरण संवाददाता। National Water-way 1: राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक से होते हुए गंगा के रास्ते मालवाहक जहाजों (Cargo Sheep) के ट्रायल के बाद अब विधिवत परिचालन शुरू हो गया है। शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Shipping Corporation of India) के कैप्टन शांतनु ने बताया कि वाराणसी (Varanasi) से 35 टन चावल की भूसा लेकर लाल बहादुर शास्त्री जहाज (MV Lal Bahadur Shashtri) पटना (Patna) पहुंचा है।
कोलकाता से छह टन दाल लेकर पहुंचा एमवी टैगोर
इस जहाज पर पटना स्थित बंदरगाह (Patna port) से 35 टन चावल का भूसा लोड किया जा रहा है। इधर, कोलकाता से 6 टन दाल रवींद्रनाथ टैगोर जहाज (MV Ravindra Nath Tagore) पटना बंदरगाह पहुंचा। इस जहाज पर 10 कंटेनर में पटना से चावल लोड कर उसे मंगलवार को कोलकाता भेजा जाएगा। प्रभारी निदेशक ने बताया कि पटना से भेजे जा रहे चावल के भूसा से कोलकाता में इथेनॉल और जानवरों का चारा तैयार किया जाएगा।
जल मार्ग से माल ढुलाई की लागत कम
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के प्रभारी निदेशक अरविंद कुमार ने गायघाट स्थित बंदरगाह पर 300 टन की क्षमता का लाल बहादुर शास्त्री मालवाहक जहाज शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के कैप्टन शांतनु को सौंपा। उन्होंने व्यापारियों के साथ बैठक कर बताया कि जलमार्ग से माल ढुलाई अपेक्षाकृत सस्ता, सरल व सुरक्षित है।
तीसरा जहाज एक महीने के अंदर मिलेगा
निदेशक ने कहा कि करार के अनुसार कुल पांच मालवाहक जहाज कॉर्पोरेशन को सुपुर्द किया जाना है। इनमें से रविंद्र नाथ टैगोर जहाज पहले ही दिया जा चुका है। लाल बहादुर शास्त्री के बाद अब तीसरा जहाज डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा एक महीने के अंदर सौंप दिया जाएगा।
प्रमुख तथ्य- आइडब्ल्यूएआइ ने करार के मुताबिक पांच जहाजों में से दूसरा लाल बहादुर शास्त्री जहाज शिपिंग कंपनी को सौंपा, राष्ट्रीय जलमार्ग में मालवाहक जहाज का परिचालन शुरू, गायघाट स्थित बंदरगाह से चावल का भूसा लेकर रवाना होगा जहाज जागरण संवाददाता,