हत्यारों की खोज में 'दामिनी' तो शराब सूंघने में 'माही' माहिर, इनसे बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
Dog Squad in Bihar Police खुफिया पुलिस का बम निरोधक दस्ता हो या सीआइडी दामिनी हंटर और माही बिना सब अधूरे छह माह से हैदराबाद में दिया जा रहा 25 पप्स को विशेष प्रशिक्षण फरवरी में लाए जाएंगे पटना
पटना, [आशीष शुक्ल]। खुफिया पुलिस का बम निरोधक दस्ता हो या सीआइडी। दामिनी, हंटर और माही के बिना इनकी टीम अधूरी ही है। सूंघकर जमीन से शराब निकालने में 'माही' माहिर है तो 'दामिनी' हत्यारों के करीब ले जाती है। बिहार श्वान दस्ता यानी डॉग स्क्वॉयड (Bihar Dog Squad) की ताकत बढ़ गई है। हैदराबाद में छह माह पूर्व खरीदे गए 25 श्वान पप्स को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो फरवरी में पूरा होगा। इसमें पहली बार बेल्जियम शेफर्ड के दो पप्स शामिल किए गए हैं, जिनमें लंबी छलांग लगाने और सूंघने की शक्ति तेज होती है।
आठ वर्ष की उम्र में 20 कांडों का सुराग
बिहार श्वान दस्ता पटना में 21 स्निफर डॉग (sniffer dogs) हैं। इनमें 'दामिनी' बेस्ट है। वह जर्मन शेफर्ड (german shepherd) नस्ल की है। उम्र आठ साल है। 20 चर्चित कांडों के पर्दाफाश में उसकी भूमिका अहम रही है। इसमें कुछ ब्लाइंड केस भी थे। उसे मेरठ आर्मी सेंटर (Merath Army Center) से चार साल पहले लाया गया था। दामिनी के अलावा पहली बार नारकोटिक्स, बम ट्रेकिंग, लैंड माइंस की पहचान करने के लिए हैदराबाद में 25 श्वानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें लेब्रा, जर्मन से लेकर बेल्जियम शेफर्ड (belgian shepherd) तक शामिल हैं। 50 हैंडलर को भी विशेष प्रशिक्षण मिल रहा है। 25 श्वान पप्स खरीदने और उन्हें प्रशिक्षण देने के पीछे नारकोटिक्स की पहचान करना अहम है।
माही करता लीड, साथ रहता लकी
शराबबंदी के बाद पुलिस शराब बरामदगी से लेकर तस्करों को पकडऩे में जुटी है। वहीं, बिहार श्वान दस्ता की भी हजारों लीटर शराब को बरामद करने में अहम भूमिका रही है। श्वान दस्ता के प्रशिक्षित कर्मियों ने बताया कि सभी श्वान का विशेष ख्याल रखा जाता है। शराब पकड़ने के मामले में हंटर और मैडी तो माहिर है ही, लेकिन माही भी जमीन में दबी शराब को सूंघने में पीछे नहीं। माही के साथ मैडी, लकी, फेंसी सहित अन्य हैं। बिहार श्वान दस्ता के डीएसपी नवीन कुमार ने बताया श्वान दस्ता के जरिए कई कांड में पुलिस अपराधियों तक पहुंची वहीं शराब बरामदगी में श्वान के नाम कई उपलब्धियां हैं।