बिहार : अब कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर काम करेगी नीतीश सरकार, सात निश्चय व मुफ्त कोरोना वैक्सीन पर टिकी नजरें
बिहार की नई एनडीए सरकार अब घटक दलों के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर काम करेगी। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम तथा बीजेपी के प्रमुख वादे शामिल रहेंगे। बीजेपी के मुफ्त कोरोना वैक्सीन के वादे पर भी लोगों की नजरें टिकीं हैं।
पटना, स्टेट ब्यूरो। बिहार की नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के सात निश्चय-2 (Saat Nischay Part 2) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संकल्प पत्र-2 को जोड़कर सुशासन का रोड मैप (Road Map of Good Governance) तैयार करेगी। इस संबंघ में एनडीए कोर कमेटी (NDA Core committee) से जुड़े लोगों की बैठक हो चुकी है। बताया जा रहा है कि नई सरकार एक कॉमन मिनिमम प्रोगाम (Common Minimum Program) पर काम करेगी, जिसे एनडीए के घटक दल मिलकर बनाएंगे। बताया जा रहा है कि इसमें विकास के उन वादों को प्रमुखता दी जाएगी, जिनका वादा एनडीए के घटक दलों ने जनता से किया है।
शामिल रहेंगे चुनावी घोषणाओं में किए गए वादे
कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुनावी घोषणाओं में शामिल सात निश्चय-2 के वादे शामिल रहेंगे। इसमें युवाओं के तकनीकी प्रशिक्षण, गांवों के विकास तथा महिला उद्यमिता की योजनाएं शामिल हैैं। युवाओं व किसानों की नयी योजनाएं भी इसमें शामिल की जा सकती हैं। इनमें कई बीजेपी के संकल्प पत्र में भी शामिल हैं।
बीजेपी के मुफ्त कोरोना टीका पर भी टिकी नजर
बीजेपी की बात करें तो उसने संकल्प पत्र में कोरोना का मुफ्त टीका देने का वादा किया है। इसके कार्यान्वयन के मोड को लेकर नीति बनायी जानी है। बताया जा रहा है कि सरकार के स्तर पर एक एसओपी भी बनाया जा रहा है।
कॉमन मिनमम प्रोग्राम पर विपक्ष हमलावर
एक ओर जहां एनडीए कॉमन मिनमम प्रोग्राम को लेकर कवायद में जुटा है, वहीं विपक्ष इसपर हमलावर है। जनता दल यूनाइटेड नेता संजय सिंह ने कहा है कि एनडीए के घटक दल विकास की सामूहिक रणनीति बनाकर उसके अनुसार काम करेंगे। दूसरी ओर विपक्षी दलों ने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर सवाल खड़े किए हें। कांग्रेस नेता राजेश राठौर ने कहा है कि यह नीतीश कुमार ने बीजेपी के समाने घुटने टेक दिए हें। यह बीजेपी की नीतियों को लागू करने की कोशिश है। राष्ट्रीय जनता दलल के नेता सुबोध राय ने कहा जब 15 सालों तक साथ रहकर विकास नहीं कर सके तो अब नया-नया कॉमन मिनिमम प्रोगाम बनाकर क्या कर लेंगे?