Move to Jagran APP

अपनी समाधि के लिए जुटाकर मंदिर में रखे थे 50 हजार रुपये, हुआ कुछ ऐसा कि धरे रह गये अरमान

Crime in Siwan बीमार पुजारी ने मरने के बाद अपनी समाधि के लिए जुटाकर रखे थे रुपये चोरों ने इन पैसों को भी नहीं छोड़ा सिवान जिले के गुठनी प्रखंड के इस मंदिर में घुसकर शर्मनाक हरकत को दिया अंजाम

By Shubh NpathakEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 12:00 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 12:00 PM (IST)
अपनी समाधि के लिए जुटाकर मंदिर में रखे थे 50 हजार रुपये, हुआ कुछ ऐसा कि धरे रह गये अरमान
चाेरी की इस घटना से हैरान हैं स्‍थानीय लोग। जागरण

पटना, जेएनएन। भारतीय अध्‍यात्‍म की परंपरा बेजोड़ है। इसमें संत जीते- जी अपना श्राद्ध खुद ही कर देते हैं ताकि जीवन-जगत का मोह जाता रहे। यही वजह है कि संतों को अक्‍सर मृत्‍यु के उपरांत दाह संस्‍कार किए जाने की बजाय समाधि दी जाती है। बिहार के सिवान (Siwan) जिले में एक मंदिर के पुजारी ने अपनी समाधि बनाने के लिए सोच रखा था। उन्‍होंने इसके लिए करीब 50 हजार रुपये भी जुटा लिये थे, लेकिन चोरों ने उनके अरमान पर पानी फेर दिया।

prime article banner

गुरुवार की रात घटना को दिया अंजाम, सूचना के चार घंटे बाद पहुंची पुलिस

सिवान जिले के गुठनी (Guthani) थाना क्षेत्र के प्रखंड मुख्यालय स्थित भूतनाथ मंदिर से गुरुवार की रात को चोरों ने करीब 50 हजार रुपये चुरा लिये। गुरुवार की मध्य रात्रि में चोरों ने बाबा भूतनाथ मंदिर के मुख्य दरवाजे के ताला को तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया। स्‍थानीय लोगों का कहना है कि इसकी सूचना देने के बाद भी स्थानीय पुलिस चार घंटे की देरी से पहुंची।

सुबह उठे तो खुला मिला मंदिर का दरवाजा, चोरों के आने-जाने की नहीं लगी भनक

पुजारी संत रामजी दास का कहना है कि रात को जब हम खाना खाकर सो गए। इसके बाद कब चोर आये और रुपए चुरा ले गए, इसकी जानकारी उनको नहीं है। सुबह जब पूजा करने के लिए उठे तो मंदिर का दरवाजा खुला था। छानबीन करने पर पता चला कि चोर रुपये लेकर भाग गए हैं। उन्‍होंने तुरंत आसपास के लोगों को जगाया। इसके बाद स्‍थानीय लोगों ने घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस भी दे दी।

महात्‍मा को सांत्‍वना देने में लगे हैं स्‍थानीय लोग, खराब रहती है उनकी तबीयत

स्थानीय लोग मौके पर पहुंचकर महात्मा जी को सांत्वना देने में लगे हैं। पुजारी का कहना है कि मेरी तबीयत बहुत खराब रह रही है। पता नहीं कब यह शरीर छूट जाए। उस समय के लिए अपनी समाधि के लिए उन्‍होंने पैसा एकत्र किया था। थानाध्यक्ष मनोरंजन कुमार ने बताया कि सूचना मिली है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

हेरोइन और गांजा की तस्करी के लिए बदनाम है मटिकोडवा चौराहा

स्‍थानीय लोगों का कहना है कि गुठनी थाना क्षेत्र का मटिकोडवा चौराहा हेरोइन और गांजा की तस्करी के लिए पिछले कई वर्षों से बदनाम है। यहां से कई बार भारी मात्रा में गांजा चरस, अफीम व कई तरह की अवैध सामग्री बरामद की गई है। कई तस्कर जेल भी गए हैं। इसके बावजूद भी स्थानीय प्रशासन का ध्यान इस चौराहे पर नहीं रहता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.