Bihar Assembly Election 2020: राजद ने दिया आयोग को सुझाव, चुनाव से ज्यादा जिंदगी की चिंता हो
राजद के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चुनाव कराना खतरे से खाली नहीं होगा।
पटना, जेएनएन। विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा मांगे गए सुझाव पर बिहार के मुख्य विपक्षी दल राजद ने अपनी ओर से जवाब दे दिया है। राजद के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चुनाव कराना खतरे से खाली नहीं होगा। राजद ने पत्र में भाजपा के 75 नेताओं के संक्रमित होने का भी जिक्र किया है और कहा है कि इसी कारण भाजपा के प्रदेश कार्यालय को सील कर दिया गया है। हाल के दिनों में कोरोना के चलते विभिन्न दलों के कई नेताओं की मृत्यु भी हुई है।
वर्चुअल-डिजिटल कैंपेन को किया खारिज
सिद्दीकी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को 13 बिंदुओं पर जवाब दिया है। उन्होंने कोरोना संक्रमण के दौर में प्रचार को वर्चुअल तरीके या फिर डिजिटल कैंपेन के जरिए वोटरों से संपर्क किए जाने पर सुझाव को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने लिखा है कि प्रचार अगर परंपरागत तरीके से नहीं होते हैं तो संवाद का दायरा सीमित हो जाता है, जो लोकतंत्र के लिए शुभ नहीं हो सकता है।
सलाह के साथ पूछ रहे सवाल
राजद ने बिहार में कोरोना संक्रमण के आंकड़े और डब्ल्यूएचओ की चेतावनी का जिक्र करते हुए कहा है कि अक्टूबर-नवंबर में संक्रमण सबसे ऊंचे स्तर पर होगा। ऐसे में सिद्दीकी ने आयोग से ही पूछा कि कोरोना से बचाव के अभी तक के प्रयासों से वह संतुष्ट है क्या? अगर हां तो संतुष्ट होने के कारण और लोगों के विचार को साझा किया जाए। राजद ने यह भी पूछा है कि वर्तमान माहौल में अगर चुनाव कराया गया और लोगों को कुछ हो गया तो उसकी जिम्मेदारी किस पर होगी? करोड़ों लोग अगर घर से निकल कर बूथों पर जाते हैं और संक्रमित हो जाते हैं तो क्या आयोग उनके बीमा के बारे में विचार करेगा?
लोकतंत्र के हवाले से बराबरी की मांग
राजद ने अपने जवाब में कहा है कि सर्वदलीय बैठक के दौरान उसका जो रुख था, वही आज भी है। सभी दलों और प्रत्याशियों को बराबरी का अवसर मिलना चाहिए। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए ऐसी प्रणाली को विकसित किया जाए, जिसमें लोकतंत्र की सेहत पर कोई असर नहीं पड़े।
आखिर क्यों देना पड़ा जवाब
कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव आयोग बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियों में जुटा है। आयोग ने संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों से चुनाव प्रचार को वर्चुअल तरीके या फिर डिजिटल कैंपेन के जरिए वोटरों से संपर्क किए जाने पर सुझाव मांगा था।