BIhar Board 10th Result 2020: बिहार बोर्ड की दिखी थी एेसी डर्टी पिक्चर, CM नीतीश हुए थे नाराज
BIhar Board 10th Result 2020 बिहार बोर्ड के 2015 की बोर्ड परीक्षा में नकल की तस्वीर पूरे देश में छा गई थी। तस्वीर वैशाली जिले के एक परीक्षा केंद्र की थी। तब सीएम काफी नाराज हुए थे
पटना, जेएनएन। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, BSEB ने मंगलवार को मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर इस साल भी नया रिकॉर्ड बनाया है। लेकिन इस रिजल्ट के साथ ही साल 2015 में हुई बिहार बोर्ड की परीक्षा के दौरान की एक तस्वीर की भी याद हो आई, जिसने पूरी दुनिया के सामने बिहार की छवि को धूमिल किया था और बिहार बोर्ड की भद पिटवा दी थी। बिहार बोर्ड की ये तस्वीर अंतरराष्ट्रीय मीडिया का भी हिस्सा बनी थी, मीडिया ने इसे कवर पेज पर जगह दी थी।
बिहार बोर्ड परीक्षा की दिखी थी डर्टी पिक्चर, किया जाता है याद
बिहार बोर्ड के 2015 की मैट्रिक परीक्षा को कभी एेसी तस्वीर के लिए भी याद किया जाता है। इस तस्वीर ने बिहार के शिक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी थी। ये तस्वीर बिहार के वैशाली जिले के एक परीक्षा केंद्र की थी, जिसमें नकल कराने की पराकाष्ठा को पार करते हुए परीक्षार्थियों को उनके परिजन जान जोखिम में डाल नकल करने की पर्ची पहुंचाते दिखे थे।
सीएम नीतीश तस्वीर देखकर हुए थे नाराज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस तस्वीर को लेकर मीडिया से काफी नाराज हुए थे और कहा था कि मीडिया में ये जो तस्वीरें आ रही हैं, वो सिर्फ एक पहलू है। जबकि बिहार में दूसरा पहलू भी है जो सकारात्मक है। उन्होंने उस समय सुपर-30 का जिक्र करते हुए बिहार से हर साल दर्जनों की संख्या में IIT करने वाले छात्रों और अन्य परीक्षाओं में सफल होने वालों का प्रमाण दिया था।
तस्वीर ने बिहार बोर्ड की व्यवस्था की खोल दी थी पोल
इस तस्वीर की चर्चा पूरे देश में हुई थी और बिहार बोर्ड की बदनामी हुई थी। उसके बाद वैशाली स्थित उस परीक्षाकेंद्र से तकरीबन 760 परीक्षार्थियों को निलंबित कर दिया गया था। इतना ही नहीं कानून व्यवस्था सही से बहाल नहीं करने के कारण, नकल कराने में सहयोग के आरोप में 8 पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया था।
टॉपर घोटाले से बोर्ड की छवि हुई थी धूमिल
उसके बाद भी बो्र्ड में टॉपर घोटाला के साथ ही कई तरह की खामियां नजर आईं थीं। उसके बाद से ही बिहार बोर्ड ने व्यापक बदलाव किया और परीक्षा आयोजन से लेकर रिजल्ट प्रकाशित करने तक अतिरिक्त सावधानी बरती जाने लगी। उसके बाद से ही परीक्षा आयोजन को लेकर, परीक्षा रिजल्ट को लेकर बिहार बोर्ड हर कदम फूंक-फूंक कर रखने लगा। आज बिहार बोर्ड की बदली कार्यशैली का ही नतीजा है कि बोर्ड देश का सर्वश्रेष्ठ घोषित करने का दावा कर रहा है।