Coronavirus Roundup : बिहार में मिला कोराेना पॉजिटिव का 31वां मरीज, राउंडअप में एक साथ पढ़ें दिनभर की खबरें
बिहार में शुक्रवार को कोरोना वायरस को लेकर 382 लोगों के सैंपल की जांच की गई जिनमें से दो पाॅजिटिव पाये गये। कोरोना राउंडअप में पढ़ें शुक्रवार की दिनभर की खबरें।
पटना, जेएनएन। बिहार में कोरोना संकट को लेकर नेशनल लेवल से लेकर स्टेट लेवल तक लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। शुक्रवार को 382 लोगों के सैंपल की जांच की गई, जिनमें से पाॅजिटिव पाया गया। इस तरह कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 30 हो गई। वहीं, 439 नए संदिग्ध लोगों को ऑब्जर्वेशन में लिये गये। कोरोना राउंडअप में पढ़ें शुक्रवार की दिनभर की खबरें।
अब तक 1973 के सैंपल की हुई है जांच
बिहार में कोरोना के पॉजिटिव केस में शुक्रवार को दो नए मामले जुड़ गए। जिन दो लोगों की जांच पॉजिटिव आई है, उनमें एक व्यक्ति गया का जबकि दूसरा सिवान का है। सिवान के जिस व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वह 21 मार्च को बहरीन से लौटा था। इस व्यक्ति की उम्र 35 वर्ष बताई जा रही है। गया के जिस व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वह व्यक्ति दुबई से लौटा था। दो नए केस मिलने के बाद बिहार में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 31 हो गई है। गुरुवार को कुल 5 नए मामले पॉजिटिव मिले थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी बुलेटिन में बताया गया कि शुक्रवार को कुल 382 सैंपल की जांच हुई जिसमें 380 सैंपल निगेटिव और दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। आज के 382 सैंपल को मिलाकर अब तक कुल 1973 कोरोना सैंपल की जांच की जिसमें 1938 रिपोर्ट निगेटिव 31 पॉजिटिव और चार रिपोर्ट रिजेक्ट हुई हैं।
शुक्रवार को 439 नए संदिग्ध ऑब्जर्वेशन में भेजे गए
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के संदेह में आज 439 और संदिग्धों को ऑब्जर्वेशन में लिया है। फिलहाल ये सभी लोग 14 दिन क्वारन्टीन में रहेंगे। इस दौरान इनके सैंपल भी लिए जाएंगे ताकि यह पता किया जा सके कि इनमें कोई पॉजिटिव तो नहीं। 539 लोगों को ऑब्जर्वेशन में लेने के बाद राज्य में संदिग्धों की संख्या 6681 हो गई है। गुरुवार को इनकी संख्या 6242 थी।
पॉजेटिव कुल मामले एक नजर में
कुल मामले - 30
मुंगेर -7, पटना - 5, गया - 4, सिवान - 6, लखीसराय -1, गोपालगंज -3, बेगूसराय -1, नालंदा - 2 व सारण- 1
आज तक हुई सैंपल जांच : 1973
- 1940 रिपोर्ट निगेटिव
- 29 रिपोर्ट पॉजेटिव
512 ने पूरी की 14 दिन के क्वारंटाइन की अवधि
स्वास्थ्य विभाग की इर से बताया गया कि विभाग ने 14 दिन की ऑब्जर्वेशन की अवधि पूरी करने वाले 512 लोगों की सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद इन्हें घर जाने की अनुमति दी गई है।
जिला वार कोरोना के संदेह में ऑब्जर्वेशन में लिए गए लोग
सिवान - 3105, गोपालगंज - 705, पटना - 158, गया - 135 ,भागलपुर -136, भोजपुर - 81, मुजफ्फरपुर - 173, समस्तीपुर - 105, सारण - 425, नालंदा - 206, पू. चंपारण - 269, प. चंपारण 99, किशनगंज - 173, मधुबनी - 109, रोहतास - 281, दरभंगा - 345, औरंगाबाद- 55, जहानाबाद - 22, कैमूर - 13, सीतामढ़ी - 7, अररिया - 2, सुपौल - 7, मधेपुरा - 9, वैशाली -6, बांका - 4, सहरसा - 20, शिवहर - 7, मुंगेर - 18, लखीसराय - 13, बेगूसराय - 7, नवादा - 59, कटिहार - 3, पूॢणया - 6, बक्सर - 5, अरवल - 1, जमुई -1, खगडिय़ा - 37
सीएम नीतीश ने दिए आवश्यक निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को यह निर्देश दिया कि जो लोग बिहार के बाहर से यहां पहुंचे हैं उनकी जांच प्राथिमता के आधार पर की जाए। क्वरंटाइन में रखे गए लोगों की निगरानी करते रहें। वहां की व्यवस्था ठीक रहनी चाहिए ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं हो। लोगों की तलाश किए जाने के काम में भी तेजी आनी चाहिए। जिन राशन कार्डधारियों की आधार सीङ्क्षडग नहीं है उनकी सीङ्क्षडग शीघ्र करा कर एक हजार रुपए उनके बैंक खाते में भेजें। यह राशि विशेष सहायता के रूप में राज्य सरकार द्वारा सभी राशन कार्डधारियों के बैंक खाते में भेजी जा रही है।
सुशील मोदी अौर तेजप्रताप यादव ट्विटर पर भिड़े
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांच अप्रैल को अंधकार पर प्रकाश की ताकत दिखाने की सलाह का राजद विधायक तेज प्रताप यादव ने समर्थन करते हुए लालटेन का भी विकल्प सुझाया तो ट्विटर पर बयानबाजी शुरू हो गई। तेजप्रताप के ट्वीट के तुरंत बाद भाजपा नेता एवं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालटेन का जमाना अब चला गया। गांवों में भी घर-घर बिजली पहुंच गई है। दीया और मोमबत्ती ङ्क्षहदू और ईसाई पूजा के लिए घर में रखते हैं। मोबाइल तो सबके पास है। इसलिए पीएम ने लालटेन का जिक्र नहीं किया। दरअसल, प्रधानमंत्री ने लोगों से अंधकार के प्रतीक कोरोना को हराने के लिए पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक घर की लाइट बंदकर मोमबत्ती, टॉर्च, दीये या मोबाइल की लाइट जलाने की अपील की है। इसी को लेकर दोनों नेताओं में ट्विटर पर भिड़ंत हो गई।
तेजस्वी ने केंद्र से संसाधन मांगने पर नीतीश का जताया आभार
कोरोना से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसाधन मांगने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताया है। साथ ही प्रधानमंत्री से आग्र्रह किया है कि बिहार की सघन आबादी को देखते हुए सीएम की मांग मान लेनी चाहिए। शुक्रवार को ट्वीट करके तेजस्वी ने सवाल किया कि क्या डबल इंजन की सरकार और राजग को 50 सांसद देने वाले बिहार को उसका वाजिब हक नहीं मिलना चाहिए? ऐसे में रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद एवं गिरिराज सिंह समेत केंद्र में बिहार के छह अन्य मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी क्या कर रहे हैं। तेजस्वी ने सीएम को सुझाव दिया है कि मुख्यमंत्री राहत कोष में ऑनलाइन दान करने के विकल्पों में यूपीआई को भी जोड़ दें, ताकि घर बैठे लोग आसानी से ज्यादा से ज्यादा पैसे देकर आपदा की घड़ी में मदद कर सकें।
कोरोना स्क्रीनिंग कराने की सूचना देने पर डीएम को धमकी
दरभंगा : कोरोना संक्रमण के मद्देनजर डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने स्क्रीनिंग की सूचना अपने ऑफिसियल फेसबुक पेज पर गुरुवार की रात 8.21 बजे दी। इसमें लिखा गया था कि राज्य के बाहर से आए लोगों की शुक्रवार को शहर में स्क्रीनिंग की जाएगी। यह संदेश मो. फैसल नामक एक शरारती युवक को नागवार लगा। उसने कमेंट बॉक्स में डीएम के खिलाफ धमकी भरा संदेश लिखा। युवक ने डीएम को गोली मारनेवाले को दो लाख रुपये इनाम देने की बात लिखी। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस युवक का पता लगाने में जुट गई। इस बीच धमकी भरा संदेश फैलने के कुछ घंटे बाद ही डीएम के ऑफिसियल फेसबुक आइडी से इस पोस्ट को हटा दिया गया। कई लोगों ने सनकी युवक के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी। साथ ही जिला प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
भभुआ में सामूहिक नमाज से मना करने पर हंगामा
भभुआ: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लागू लॉकडाउन में सामूहिक पूजा और नमाज पर रोक है, लेकिन शुक्रवार को भभुआ में तो मस्जिद में जुटकर सामूहिक नमाज से मना करने पर दो पक्षों में मारपीट हुई और पथराव हुआ। भभुआ जिले के मोहनियां थाना क्षेत्र के अहिनौरा गांव में स्थित मस्जिद में दोपहर में लोग सामूहिक नमाज पढऩे पहुंचे। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा था। स्थानीय कुछ लोगों ने विरोध किया। खबर पाकर थानाध्यक्ष उदय भानु सिंह ने पहुंचकर मस्जिद में सामूहिक रूप से नमाज नहीं पढऩे की हिदायत देकर घर भेजा। इसके बाद सभी लोग घर चले गए। पुन: शाम को बड़ी संख्या में लोग मस्जिद में नमाज पढऩे पहुंच गए। इसका गांव के कई लोगों ने विरोध किया। इस पर हंगामा शुरू हुआ तो दोनों पक्षों ने पथराव किया। डीएसपी मोहनियां रघुनाथ सिंह ने बताया कि पथराव करने वाले दोनों पक्षों के लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। इन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सिवान में भी नमाज के लिए जुटे 50, इमाम पर एफआइआर
सिवान: महाराजगंज के सिकटिया पंचायत के खानपुरा गांव की मस्जिद में शुक्रवार की दोपहर एक बजे 50 लोगों ने एकत्रित होकर जुमे की नमाज पढ़ी। मामले की जानकारी होते ही मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ने आवेदन देकर इमाम के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। मनीष कुमार ने कहा कि वहां जाकर देखा तो मस्जिद में 40-50 की संख्या में लोग एक साथ नमाज अदा करने की तैयारी कर रहे थे।
मधुबनी में भी सामूहिक रूप से पढ़ी गई नमाज
मधुबनी: हरना गांव में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ी गई। ग्रामीणों ने बताया कि रात में जिन 11 जमातियों को क्वारंटाइन में भेजा गया, वे भी नमाज में शरीक हुए। इस दौरान पुरुष मस्जिद के अंदर थे। दर्•ानो महिलाएं लाठी और मिर्च पाउडर लेकर बाहर में खड़ी रहीं। पुलिस प्रशासन बेखबर रहा। थानाध्यक्ष गया ङ्क्षसह ने इस तरह की सूचना से इन्कार किया। डीएसपी अमित शरण ने भी किसी तरह की कार्रवाई से इन्कार किया। कहा कि लोगों को समझाने की कोशिश जारी है। वहीं, सीओ विष्णुदेव ङ्क्षसह ने कहा कि सूचना मिली है। मौलवी से जानकारी लेंगे।
क्वारंटाइन सेंटर से भागे सभी 27 लोगों ने किया सरेंडर
अररिया: नरपतगंज प्रखंड के फरही पंचायत स्थित मध्य विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर से भागे 27 लोगों ने प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। गुरुवार की देर रात तक सभी लोग फरही पंचायत के योगीपुर मध्य विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर में चले आए। पुलिस ने सख्त हिदायत दी थी कि जो लोग लॉकडाउन के दौरान क्वारंटाइन सेंटर से भागे हैं उन पर बड़ी कार्रवाई होगी यह खुद को एवं पूरे समाज को खतरे में डालने जैसा दुस्साहस है मरीजों के वापस लौटने के बाद क्वारंटाइन सेंटर के स्वास्थ्य कर्मियों ने भी राहत की सांस ली है। क्योंकि मरीजों को भागने के बाद उन पर भी कार्यवाही की बात सामने आ रही थी वे लोग भी काफी परेशान थे। नरपतगंज अंचलाधिकारी निशांत कुमार ने कहा कि यह अच्छी बात है कि क्वारंटाइन सेंटर के मरीज वापस लौट आए हैं क्योंकि उनकी चिकित्सीय देखरेख हो रही थी ऐसे आलम में यदि वे लोग प्रशासन से दूर रहकर समाज के बीच जाते तो किसी अनहोनी का अंदेशा बना रहता। सीओ ने कहा कि अब उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। गौरतलब है कि क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए लोग दिल्ली यूपी एवं अन्य राज्यों में काम कर रहे थे लॉकडाउन के दौरान वे लोग अपने घर वापस आए तो प्रशासन ने उन्हें चिन्हित कर क्वारंटाइन सेंटर में रख दिया था।
हावड़ा में फंसे हैं लखीसराय के पचास मजदूर
लखीसराय : कोरोना संकट एवं लॉक डाउन के बीच पश्चिम बंगाल के हावड़ा में लखीसराय और आसपास के पचास मजदूर फंसे हुए हैं। ये मजदूर वहां ठेकेदार के अंदर रहकर मकान निर्माण में मार्बल लगाने का काम वर्षों से करते रहे हैं। अचानक लॉक डाउन के कारण इन लोगों का वहां काम बंद हो गया है। वाहनों का परिचालन नहीं होने से घर भी नहीं आ पा रहे हैं। जो पैसे पास में थे उससे दो दिन पहले तक पेट का जुगाड़ किया। लेकिन भूखे मरने को विवश हैं। इन मजदूरों में से एक पढ़े-लिखे नौजवान मुकेश कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए मदद की मांग की है। उसने लिखा है कि वे सभी हावड़ा के बेलगछिया में रह रहे दिहाड़ी मजदूर हैं। मार्बल टाइल्स लगाने का काम करते हैं। उसने लिखा है कि वह लखीसराय जिले के कछियाना गांव का रहने वाला दिहाड़ी मजदूर है। मुकेश ने बताया कि यहां रहने वाले सभी मजदूर और उनका परिवार रोज कमाने खाने वाला है। लॉक डाउन के कारण अचानक काम ठप हो जाने के कारण आमदनी खत्म हो गई। शुरुआत के दस दिनों तक पास में बचे पैसे से गुजारा चल रहा था। लेकिन, अब वह भी समाप्त हो गया है। मुकेश ने तत्काल मदद की गुहार लगाई है।