Move to Jagran APP

सोना-चांदी लूटने के बाद देवघर गए थे जल चढ़ाने, पटना लौटते ही दबोचे गए

19 फरवरी की देर शाम राजधानी के खाजपुरा इलाके में अशोकपुरी स्थित वर्षा ज्वेलर्स में लूटपाट करने वाले छह बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 01:58 AM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 06:13 AM (IST)
सोना-चांदी लूटने के बाद देवघर गए थे जल चढ़ाने, पटना लौटते ही दबोचे गए
सोना-चांदी लूटने के बाद देवघर गए थे जल चढ़ाने, पटना लौटते ही दबोचे गए

पटना। 19 फरवरी की देर शाम राजधानी के खाजपुरा इलाके में अशोकपुरी स्थित वर्षा ज्वेलर्स में हुई सोना-चांदी की लूट में लाइनर और पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि जगदेव पथ इलाके के मौर्य पथ पर मुसहरी के पास से गिरफ्तारी की गई। अपराधी लूट की वारदात के बाद देवघर जल चढ़ाने चले गए थे। पुलिस ने लूट का सोना-चांदी खरीदने वाले सोनार को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से 1.25 किलोग्राम चांदी, 100 ग्राम सोना, चार आभूषण बॉक्स, दो लोडेड पिस्टल, 14 कारतूस, वारदात में इस्तेमाल अपाचे बाइक भी बरामद कर ली गई।

loksabha election banner

गिरफ्तार बदमाशों में विपुल शर्मा उर्फ विपिन कुमार निवासी मुजफ्फरपुर, मिथिलेश कुमार उर्फ दारा निवासी मोतिहारी, राजवीर सिंह उर्फ छोटू निवासी बेतिया, मुकेश कुमार निवासी बेतिया, राकेश कुमार निवासी दरभंगा और मुजफ्फरपुर का निवासी सोनार प्रेम कुमार है। सभी अपराधी घटनास्थल से महज पांच सौ मीटर दूरी पर किराए के कमरे में रहते थे।

सोनार ने एडवांस दिए थे सात हजार रुपये : वर्षा ज्वेलर्स की दुकान से पांच सौ मीटर आगे रूपसपुर में एक किराये के कमरे में पिछले सात से साल से राजवीर का भाई मुकेश किरायेदार था। मुकेश से मिलने राजवीर, मिथिलेश, विपुल और राकेश अक्सर वहां आते थे। चारों मुजफ्फरपुर, मोतिहारी में लूट, हत्या और अन्य वारदात को अंजाम देकर मुकेश के कमरे पर आ जाते थे। 15 फरवरी को चारों आए। इनके पास राजवीर अपाचे से आया था। राजवीर, मुकेश और विपुल 16 से 19 फरवरी तक कई बार वर्षा ज्वेलर्स की दुकान के आसपास से गुजरते समय रेकी की थी। तीनों बाइक से दुकान में पहुंचे और सोना-चांदी लूटकर मुकेश के कमरे में चले गए। सुबह लूट का सोना- चांदी लेकर सभी मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना क्षेत्र निवासी सोनार प्रेम कुमार के पास चले गए। सोनार ने सोना-चांदी रख लिया और एडवांस में सात हजार रुपए दिए।

शाम दरभंगा में गुजारने के बाद पहुंचे देवघर : वारदात की रात पुलिस फुटेज खंगालती रही। सुबह सभी रूपसपुर में देखे गए। पुलिस उनका पीछा करते हुए मुजफ्फरपुर, फिर दरभंगा पहुंच गई। लेकिन, तब तक सभी सोनार से एडवांस रुपए लेकर देवघर निकल चुके थे। पुलिस देवघर पहुंची, लेकिन शातिर वहां से अलग-अलग हो गए। सभी पटना पहुंच गए। इसी बीच पुलिस को मुकेश का ठिकाना मिला गया। मुकेश का मोबाइल नंबर पता कर पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की। शनिवार की रात सूचना मिली कि विपुल, मिथिलेश, राजवीर जगदेव पथ पर पहुंच रहे हैं और बड़ी वारदात की योजना बनाने वाले हैं। इनके पास वह बाइक भी थी जिससे लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने बाइक और कपड़े से तीन बदमाशों की पहचान कर ली। जैसे ही सभी इकट्ठा हुए पुलिस ने दबोच लिया।

सोना रख बेटे का इलाज कराने चला गया था सोनार :

अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना क्षेत्र के महंथ नियारी निवासी सोनार प्रेम कुमार तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि विपुल और उसके साथी 20 फरवरी को सोना-चांदी लेकर आए थे। उन्हें पूरा पैसा नहीं दिया था। सोना चांदी रख लिया और फिर बेटे का उपचार कराने बनारस चला गया। वापस लौटकर उन्हें और रुपये देने थे।

मुजफ्फरपुर का कुख्यात है विपुल :

विपुल मुजफ्फरपुर जिले का कुख्यात अपराधी है। जो, 2017 में बहुचर्चित सूरज हत्याकांड, विक्रांता सीएसपी लूटकांड, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, वैशाली और छपरा में लूट, डकैती और हत्या आदि संगीन वारदात में शामिल है। मुजफ्फरपुर में उसके खिलाफ 14 मामले दर्ज है, जबकि शास्त्रीनगर में दो मामले थे। मिथिलेश के खिलाफ मोतिहारी में दो लूट और शास्त्रीनगर में दो लूट का केस दर्ज है। जबकि राजवीर सिंह उर्फ छोटू के खिलाफ मोतिहारी, मुजफ्फरपुर सहित शास्त्रीनगर में पांच केस दर्ज हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.