अप्रैल में आरओबी पर फर्राटे भरने लगेंगे वाहन
अप्रैल के अंतिम तक राजधानीवासियों को एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
पटना। अप्रैल के अंतिम तक राजधानीवासियों को एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर का लाभ मिलना शुरू हो सकता है। इसके लिए पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने रविवार को कॉरिडोर का निरीक्षण किया। मंत्री ने अधिकारियों को 20 अप्रैल तक हर हाल में आरओबी का निर्माण पूरा कर लेने का निर्देश दिया। आरओबी शुरू होने के बाद एम्स का उत्तर बिहार से जुड़ाव आसानी से हो सकेगा।
एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर सड़क निर्माण लगभग 96 फीसद पूरा हो चुका है। मुख्य कार्य में अब आरओबी का निर्माण हो रहा है। इस दौरान मंत्री ने अधिकारियों को दीघा में एक रोटरी निर्माण करने का निर्देश दिया। कहा कि जेपी सेतु के समांतर बनने वाले पुल का भी रोटरी यहीं से हो, इसका भी ख्याल रखा जाए।
एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर पर 106 मीटर लंबा बन रहा ब्रिज: एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर में पटना-दिल्ली रेलवे लाइन के ऊपर 106 मीटर लंबा रेल ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण हो रहा है। शुरुआत में इस आरओबी की लंबाई 70 मीटर स्पैन प्रस्तावित थी, परंतु रेलवे द्वारा अतिरिक्त लाइन बिछाने के क्रम में इसकी लंबाई 70 मीटर से बढ़ाकर 106 मीटर कर दी गई। संभवत: भारत का सबसे लंबा आरओबी है। भारतीय रेलवे के सबसे व्यस्त मार्ग पर आरओबी का निर्माण चुनौतीपूर्ण था। इंजीनियरों की मदद से इसे पूरा किया गया।
जाम से मिलेगी मुक्ति: आरओबी के निर्माण से जाम से भी मुक्ति मिलेगी। इस रास्ते पर रोजाना अब भी लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। स्थानीय कई लोग तो रास्ता बदलकर गंतव्य तक जाते हैं, ताकि समय और पेट्रोल खर्च भी बचे।