पीएमसीएच में बना 18 बेड का डेंगू वार्ड, जांच एवं दवाएं मुफ्त
पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में अस्पताल प्रशासन ने 18 बेड का डेंगू वार्ड तैयार कर दिया है।
पटना । पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में अस्पताल प्रशासन ने 18 बेड का डेंगू वार्ड तैयार कर दिया है। इसके अलावा डेंगू के मरीजों के लिए अस्पताल में जांच एवं इलाज की सुविधा मुफ्त कर दी गई है। यहां पर सभी जरूरी दवाएं भी मंगा ली गई हैं। वर्तमान में प्रतिदिन पांच से दस डेंगू के मरीज पीएमसीएच में आ रहे हैं।
: सोमवार को राजधानी में मिले नौ मरीज :
पीएमसीएच में अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि अस्पताल में राज्य के कोने-कोने से डेंगू के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। सोमवार को केवल पटना में ही डेंगू के नौ मरीज मिले हैं। वर्तमान में पांच मरीजों का इलाज पीएमसीएच में किया जा रहा है। यहां पर आने वाले मरीजों की सबसे पहले जांच की जाती है। उसके बाद डेंगू का मामला पाए जाने पर भर्ती कर इलाज किया जाता है। इस मौसम में अब तक में पीएमसीएच में 214 डेंगू के मरीजों की जांच व इलाज किया गया है।
: चार दिन से अधिक बुखार रहने पर कराएं डेंगू की जांच :
अधीक्षक के अनुसार मरीज को अगर चार दिनों से अधिक बुखार रहे तो सावधान हो जाना चाहिए। उसकी डेंगू की जांच अवश्य करा लेनी चाहिए। सामान्यत: वायरल बुखार चार दिनों तक ही रहता है। उसके बाद बुखार स्वत: ठीक हो जाता है। लेकिन चार दिनों के बाद भी बुखार ठीक नहीं होने पर डेंगू की जांच जरूरी हो जाती है।
: प्लेटलेट्स में होने लगती कमी :
डेंगू के मरीजों को लगातार बुखार रहने पर प्लेटलेट्स की संख्या में कमी आने लगती है। विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसार नई गाइडलाइन के अनुसार 10 हजार प्लेटलेट्स होने पर ऊपर से चढ़ाने की जरूरत होती है। उससे अधिक प्लेटलेट्स होने पर ऊपर से चढ़ाने की जरूरत नहीं है। डेंगू के मरीजों को लगातार बुखार रहने के साथ उल्टी होने लगती है। शरीर के जोड़ों में दर्द होने लगता है। सिर एवं कमर में भी काफी दर्द रहता है। शरीर पर लाल चकत्ता बनने लगता है और पैखाना काला होने लगता है।
: पेय पदार्थो का बढ़ा दें उपयोग :
डेंगू के मरीजों को पेय पदार्थो का सेवन बढ़ा देना चाहिए। शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। इसलिए चिकित्सक की सलाह से नारियल का पानी एवं अन्य पेय पदार्थो का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा डेंगू का मच्छर अक्सर दिन में काटता है। इसके लिए दिन में भी शरीर के सभी अंगों को ढंककर रखने की कोशिश करनी चाहिए। घर के पास पानी न जमने दें। कूलर आदि से भी पानी निकाल देना चाहिए।