दो दिनों से लापता युवक का शव मिला, हत्या की आशंका, बवाल
पटना सिटी में चार दिनों से लापता युवक का शव बरामद किया गया।
पटना सिटी। खाजेकलां थाना क्षेत्र के घघा गली निवासी 18 वर्षीय भोला उर्फ नीरज दो दिनों से लापता था। गुरुवार की शाम स्कूटी लेकर घर से दोस्तों के साथ निकला भोला शुक्रवार की शाम फतुहा पुलिस को फोरलेन पर घायल मिला। अस्पताल ले जाने के क्रम में युवक की मौत हो गयी। शव नालंदा मेडिकल कॉलेज भेजा गया। सूचना पाकर शनिवार को पोस्टमॉर्टम कक्ष पहुंचे परिजनों ने लापता युवक की पहचान भोला के रूप में किया। शव लेकर परिजन जैसे ही घर पहुंचे नागरिक आक्रोशित हो गए। उन्होंने अशोक राजपथ पर शव रख कर मुख्य मार्ग जाम कर दिया। टायर जला कर विरोध जताया। परिजन भोला की दोस्तों द्वारा हत्या किए जाने की आशंका जताते हुए हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
मुख्य मार्ग जाम कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोग बढ़ते अपराध को लेकर आक्रोशित थे। नागरिकों के आक्रोश को देखकर मच्छरहट्टा मंडी की दुकानों की शटर धड़ाधड़ बंद होने लगे। जाम स्थल के दोनों ओर सड़क पर वाहनों की कतार लग गयी। परिचालन ठप हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस को भी नागरिकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। लगभग तीन घंटों बाद सड़क पर अफरातफरी की स्थिति बनी रही। खाजेकलां थानाध्यक्ष अबरार अहमद तथा चौक थानाध्यक्ष मितेश कुमार द्वारा न्यायोचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिए जाने के बाद नागरिकों ने सड़क जाम हटाया।
फतुहा थाना क्षेत्र के डुमरी पीतांबरापुर के समीप फोरलेन किनारे शुक्रवार की शाम पुलिस को एक घायल युवक मिला। पुलिस उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गई। फतुहा थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि घायल युवक के सिर के पिछले भाग में अधिक चोट लगने की वजह से अस्पताल पहुंचते ही उसकी मौत हो गई। फतुहा पुलिस ने दुर्घटना का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेजा। शनिवार को युवक की पहचान दो दिनों से लापता खाजेकलां थाना क्षेत्र के घघा घाट निवासी कृष्णा प्रसाद के 18 वर्षीय पुत्र भोला उर्फ नीरज के रूप में हुई।
शव रख कर मुख्य सड़क जाम किए जाने के लगभग एक घंटा बाद खाजेकलां थाना से पहुंचे तीन पदाधिकारियों को नागरिकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। कई थानों की पुलिस भी जाम स्थल पहुंची। काफी देर तक नागरिकों ने पुलिस को खरी-खोटी सुनाई। परिजन बार-बार कह रहे थे कि दोस्तों द्वारा भोला की षडयंत्र के तहत हत्या की गई है। शव को फोरलेन पर दोस्तों ने हत्या करने के बाद ही फेंक दिया। यदि दुर्घटना हुई थी तो दोस्त उसे इलाज के लिए अस्पताल क्यों नहीं ले गए। भोला के लापता होने के बाद से उसके दोस्त घर छोड़कर फरार क्यों हैं। आक्रोशित लोग षड्यंत्र रचने वाले दोस्तों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे।
मौसेरे भाई के गैराज में काम करता था भोला
भोला के पिता कृष्णा प्रसाद यादव ने बताया कि आठवीं तक पढ़ाई करने के बाद बेटा अपने मौसरे भाई के टॉल प्लाजा स्थित गैराज में काम करता था। गुरुवार की शाम भोला घर से स्कूटी लेकर निकला था। उसी रात भोला के दोस्त किशन ने स्कूटी घर पर पहुंचाई। वह बोला कि भोला एनएच पर मोती ढाबा में खाना खा रहा है। भोला के रात में घर नहीं लौटने पर परिजन सगे-संबंधियों तथा दोस्तों के यहां खोजबीन करने लगे। दूसरे दिन भी भोला का पता नहीं चलने पर मां अंजू देवी ने खाजेकलां थाना में शुक्रवार की शाम भोला की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। खाजेकलां पुलिस खोजबीन में जुटी ही थी कि शनिवार को परिजन ने पोस्टमॉर्टम कक्ष पहुंचकर भोला की पहचान किया। परिजनों ने बताया कि भोला के शरीर पर काफी चोट के निशान हैं। उसके साथ मारपीट कर उसकी हत्या करने के बाद दुर्घटना का रूप दिया गया है।