कुख्यात मुचकुंद के लिए भी काम करता था मिराज
मिराज पटना पुलिस द्वारा पिछले साल रूपसपुर-दीघा इलाके में मुठभेड़ में मार गिराए गए।
By Edited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 01:45 AM (IST)Updated: Fri, 12 Jul 2019 01:49 AM (IST)
पटना । मिराज पटना पुलिस द्वारा पिछले साल रूपसपुर-दीघा इलाके में मुठभेड़ में मार गिराए गए जिले के टॉप टेन अपराधियों में शुमार मुचकुंद के लिए भी काम करता था। सूत्रों की मानें तो मुचकुंद के इशारे पर मिराज बिल्डर और व्यवसायियों से रंगदारी वसूल करता था। साथ ही जानीपुर, फुलवारीशरीफ, परसा, पुनपुन, खगौल, दानापुर इलाके में स्थित विवादित जमीनों पर दखल कब्जा कराने के लिए भी वह ठेका लेता था। इसके बाद मुचकुंद के सहयोग से काम को अंजाम देता था। यही नहीं मुचकुंद गिरोह के लिए लक्जरी गाड़ियों की व्यवस्था भी मिराज के ही जिम्मे थी। चोरी की गाड़ियों की नंबर प्लेट बदलकर उनका इस्तेमाल आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में करता था। यही नहीं जानीपुर और फु लवारीशरीफ इलाके में वह मुचकुंद के लिए ठिकाने की व्यवस्था किया करता था। आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद मुचकुंद वहीं शरण लेता था। साथ ही व्यवसायियों से रंगदारी की मांग भी वहीं से करता था। मिराज के अलावा उसके तीन साथी भी मुचकुंद और उसके गिरोह के गुर्गे के रूप में काम करते थे। मुचकुंद ने इन लोगों को जानीपुर, फुलवारीशरीफ इलाके में वसूली का काम दे रखा था। रंगदारी के रूप में मिली रकम में से 40 फीसद हिस्सा इनलोगों को देता था। मिराज जॉब वीजा पर दुबई गया था। वह घर जाने की छुट्टी लेकर वहां से पटना आया था। अब उसके वीजा की अवधि मात्र तीन महीने बची है, इसलिए वह भागने के लिए उतावला था। वह अलीगढ़ जाकर रेशमा से मुस्लिम रीति-रिवाज से निकाह करता और इसके प्रमाणपत्र के आधार पर उसका भी वीजा बनवाकर दुबई ले जाता। गर्ल्स हॉस्टल से पत्नी की गिरफ्तारी : बो¨रग रोड चौराहे के समीप किराना गली के एक गर्ल्स हॉस्टल से रेशमा को बुधवार की देर रात गिरफ्तार किया गया था। भारी संख्या में पुलिस बल के प्रवेश करने पर हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों में अफरातफरी मच गई थी। पुलिस ने गर्ल्स हॉस्टल से रेशमा का बुर्का और लाल दुपट्टा भी बरामद किया है। हालांकि, उसके पास से कोई पिस्तौल नहीं मिली। उसने जो पिस्तौल दी थी, उसे पुलिस ने घटना के बाद मिराज के हाथ से छीना था। बाइक से भगाने का काम करता गौतम : रेशमा ने गौतम को दिल्ली से पटना बुलाया था। मनोव्वर ने उन्हें एक बाइक और पिस्तौल दी थी।
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