आइजीआइएमएस में एक सप्ताह में ब्रेन स्ट्रोक के 22 मरीज हुए भर्ती
अमूमन जाड़े में ब्रेन स्ट्रोक के ज्यादा मामले सामने आते हैं।
पटना। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में बीते एक सप्ताह में ब्रेन स्ट्रोक के 22 मरीज भर्ती किए गए। अमूमन ठंड में ब्रेन स्ट्रोक के अधिक मरीज आते हैं। लेकिन गर्मी में स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण अस्पताल के आइसीयू फुल हो गए है। स्ट्रोक के उपचार में समय लगने के कारण मरीजों के दूसरे वार्डो में शिफ्ट नहीं होने से आइसीयू की वेटिंग लिस्ट बढ़ गई है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि एक सप्ताह में 22 मरीजों के आने से आइसीयू फुल हो चुका है। ऐसे में अन्य मरीजों को आइसीयू में भर्ती करने में परेशानी हो रही है। इनमें गया, जहानाबाद, अरवल, पटना, बेगूसराय, आरा व बक्सर इलाके के मरीज शामिल है। डॉ. मंडल ने बताया कि भर्ती मरीजों में 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों की संख्या ही अधिक है। आइजीआइएमएस के न्यूरोलॉजिस्ट के अनुसार स्ट्रोक के मरीज ठंड में अधिक आते थे। लेकिन वर्तमान में गर्मी बढ़ने के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।
- - - - - - - -
: पीएं अधिक पानी, गर्मी से करें बचाव :
एकेयू के वीसी व पीएमसीएच के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. एके अग्रवाल ने बताया कि गर्मी में कम पानी के कारण डिहाइड्रेशन होता है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का ब्लड सकुर्लेशन कमजोर हो जाता है। इससे रक्त गाढ़ा हो जाता है। इस मौसम में इसपर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. राहुल कुमार ने बताया कि गर्मी में बुजुर्गो को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इस मौसम में अधिक पानी पीने के साथ-साथ गर्मी से बचाव काफी जरूरी है।
--------
इनसेट ::
आइजीआइएमएस में 59 डॉक्टर होंगे नियुक्त
आइजीआइएमएस में अगले महीने 59 डॉक्टर नियुक्त होंगे। ये सभी जूनियर व सीनियर रेजिडेंट के रूप में नियुक्त किए जाएंगे। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि दो जुलाई को जूनियर रेजिडेंट के लिए साक्षात्कार आयोजित किया गया है। इनमें 19 जूनियर रेजिडेंट नियुक्त होंगे। जबकि तीन व चार जुलाई को सीनियर रेजिडेंट की नियुक्ति के लिए इंटरव्यू होगा। इसमें 40 डॉक्टर नियुक्त होंगे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप