अनिसाबाद में मिली जदयू नेता की लूटी गई स्कॉर्पियो, गिरफ्त में चार बदमाश
पटना में मंगलवार की रात दस बजे पिस्टल सटाकर लूटी गई जदयू नेता की स्कॉर्पियो बुधवार को पुलिस ने बरामद कर ली है।
By Edited By: Published: Wed, 15 May 2019 08:05 PM (IST)Updated: Thu, 16 May 2019 09:06 AM (IST)
पटना, जेएनएन। बोरिंग रोड पर चालक की कनपटी पर पिस्टल सटाकर जदयू नेता की जिस स्कॉर्पियो को बदमाशों ने लूट लिया था उसे पुलिस ने अनिसाबाद से बरामद कर लिया है। लूट में शामिल चार बदमाशों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बदमाशों की निशानदेही पर पुलिस ने छह दिन पूर्व एयरपोर्ट थाना क्षेत्र से लूटी गई स्विफ्ट डिजायर और एक अन्य सफारी गाड़ी भी बरामद कर ली है। मामले की जांच में तीन डीएसपी और नौ थानेदारों की टीम जुटी है।
पुलिस महकमे में हड़कंप, अब पूरे गिरोह की तलाश
शहर के पॉश इलाके में शुमार बोरिंग रोड पर मंगलवार की रात दस बजे पिस्टल सटाकर स्कॉर्पियो लूट की खबर से पुलिस महकमे में खलबली मच गई थी। गाड़ी दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र निवासी मुजफ्फर इमाम तुफैल की थी। वे दरभंगा के जदयू जिला उपाध्यक्ष हैं और पूर्व मुखिया भी हैं। वारदात के बाद सिटी एसपी, कोतवाली डीएसपी, सचिवालय डीएसपी और फुलवारीशरीफ डीएसपी के नेतृत्व में कोतवाली, एसकेपुरी, पाटलिपुत्र, बुद्धा कॉलोनी, फुलवारीशरीफ, बेउर, बाईपास, कंकड़बाग और सचिवालय के थानेदार सहित रंगदारी सेल के तेजतर्रार पुलिस पदाधिकारियों की टीम गठित कर दी गई।
वायरलेस के जरिए गाड़ी का नंबर फ्लैश करते हुए हाइवे से जुड़े जिले के सभी थानेदारों को अलर्ट किया गया। शहर के अंदर और हाइवे से जुड़ने वाले सभी मार्गो पर वाहनों की सघन चेकिंग शुरू कर दी गई। तकनीकी सेल ने भी बोरिंग रोड से जुड़ने वाले सभी मार्ग पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए। चार घंटे बाद पुलिस को स्कॉर्पियो को क्लू मिला।
सूत्रों की मानें तो पुलिस ने अनिसाबाद से स्कॉर्पियो को बरामद कर लिया। साथ ही तीन बदमाशों को दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर एक अन्य बदमाश को पुलिस ने उठाया। पूछताछ के बाद पुलिस ने एक हफ्ते पूर्व लूटी गई स्विफ्ट कार और सफारी भी बेउर से बरामद कर ली।
एक्शन में नहीं आती पुलिस तो पार कर देते स्कॉर्पियो
पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरोह का कनेक्शन दूसरे राज्यों से है। गिरोह पिछले तीन-चार महीने में पटना से करीब एक दर्जन वाहन लूट चुका है। बदमाशों के कई गिरोह एक साथ काम करते हैं। स्कॉर्पियो लूट के बाद अगर पुलिस ने एक्शन लेने में एक घंटे की भी देरी कर दी होती तो यह गाड़ी मिलनी मुश्किल थी। अमूमन वाहन लूट में दो से तीन बदमाश शामिल होते हैं। लूट के बाद वाहन को दूसरे गिरोह के माध्यम से उत्तर बिहार या राज्य के बाहर भेज देते हैं।
अगर गाड़ी पुरानी है तो उसका पुर्जा-पुर्जा एक घंटे में अलग कर देते हैं। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों के पास से लूट में इस्तेमाल हथियार को भी बरामद कर लिया है। सूत्रों की मानें तो इसी गिरोह ने फरवरी माह में पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र स्थित पीएंडएम मॉल के सामने पिस्टल दिखाकर डॉ. सुनील कुमार की कार और शास्त्रीनगर के केसरी नगर में स्कॉर्पियो भी लूट ली थी। पुलिस लूट में शामिल अन्य बदमाश और वाहनों की बरामदगी में जुटी हुई है।
पुलिस महकमे में हड़कंप, अब पूरे गिरोह की तलाश
शहर के पॉश इलाके में शुमार बोरिंग रोड पर मंगलवार की रात दस बजे पिस्टल सटाकर स्कॉर्पियो लूट की खबर से पुलिस महकमे में खलबली मच गई थी। गाड़ी दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र निवासी मुजफ्फर इमाम तुफैल की थी। वे दरभंगा के जदयू जिला उपाध्यक्ष हैं और पूर्व मुखिया भी हैं। वारदात के बाद सिटी एसपी, कोतवाली डीएसपी, सचिवालय डीएसपी और फुलवारीशरीफ डीएसपी के नेतृत्व में कोतवाली, एसकेपुरी, पाटलिपुत्र, बुद्धा कॉलोनी, फुलवारीशरीफ, बेउर, बाईपास, कंकड़बाग और सचिवालय के थानेदार सहित रंगदारी सेल के तेजतर्रार पुलिस पदाधिकारियों की टीम गठित कर दी गई।
वायरलेस के जरिए गाड़ी का नंबर फ्लैश करते हुए हाइवे से जुड़े जिले के सभी थानेदारों को अलर्ट किया गया। शहर के अंदर और हाइवे से जुड़ने वाले सभी मार्गो पर वाहनों की सघन चेकिंग शुरू कर दी गई। तकनीकी सेल ने भी बोरिंग रोड से जुड़ने वाले सभी मार्ग पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए। चार घंटे बाद पुलिस को स्कॉर्पियो को क्लू मिला।
सूत्रों की मानें तो पुलिस ने अनिसाबाद से स्कॉर्पियो को बरामद कर लिया। साथ ही तीन बदमाशों को दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर एक अन्य बदमाश को पुलिस ने उठाया। पूछताछ के बाद पुलिस ने एक हफ्ते पूर्व लूटी गई स्विफ्ट कार और सफारी भी बेउर से बरामद कर ली।
एक्शन में नहीं आती पुलिस तो पार कर देते स्कॉर्पियो
पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरोह का कनेक्शन दूसरे राज्यों से है। गिरोह पिछले तीन-चार महीने में पटना से करीब एक दर्जन वाहन लूट चुका है। बदमाशों के कई गिरोह एक साथ काम करते हैं। स्कॉर्पियो लूट के बाद अगर पुलिस ने एक्शन लेने में एक घंटे की भी देरी कर दी होती तो यह गाड़ी मिलनी मुश्किल थी। अमूमन वाहन लूट में दो से तीन बदमाश शामिल होते हैं। लूट के बाद वाहन को दूसरे गिरोह के माध्यम से उत्तर बिहार या राज्य के बाहर भेज देते हैं।
अगर गाड़ी पुरानी है तो उसका पुर्जा-पुर्जा एक घंटे में अलग कर देते हैं। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों के पास से लूट में इस्तेमाल हथियार को भी बरामद कर लिया है। सूत्रों की मानें तो इसी गिरोह ने फरवरी माह में पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र स्थित पीएंडएम मॉल के सामने पिस्टल दिखाकर डॉ. सुनील कुमार की कार और शास्त्रीनगर के केसरी नगर में स्कॉर्पियो भी लूट ली थी। पुलिस लूट में शामिल अन्य बदमाश और वाहनों की बरामदगी में जुटी हुई है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें