पुलिस को देखते ही मोबाइल का सिम चबा गया युवक, मिठाई के डिब्बे में छुपा था गहरा राज
पुलिस को देखते ही युवक मोबाइल कार्ड का सिम निकालकर चबा गया और उसे थूक दिया। पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि वह ड्रग्स का स्मगलिंग करता था। पुलिस मिठाई का डिब्बा देखकर हैरान थी।
पटना, जेएनएन। पटना पुलिस की नजर एक संदिग्ध ऑटो पर पड़ी। उसे रुकने का इशारा किया गया। पकड़े जाने के डर से ऑटो में बैठा तस्कर सुभाष ने अपने मोबाइल से सिम कार्ड निकाला और उसे तोड़कर मुंह में डाल लिया। फिर चबाकर वहीं थूक दिया।
पुलिस यह देखकर दंग रह गई और उसे पकड़कर कोतवाली थाने लाया गया। उसके हाथ में मिठाई का डिब्बा था। पुलिस ने पूछा कि डिब्बे में क्या है तो पहले उसने बताने में आनाकानी की लेकिन फिर बताया कि इसमें हेरोइन है। इसकी कीमत करीब 50 लाख रुपये है।
हेरोइन का डिब्बा उसे पटना जंक्शन के पास एक युवक ने दिया था। साथ में उसने एक मोबाइल नंबर भी दिया था। मिठाई का डिब्बा खोलने के बाद पुलिस को हैरानी हुई कि मिठाई की ही तरह हेरोईन पैक किया गया था।
इनकम टैक्स गोलंबर के पास वाहन चेकिंग के दौरान कोतवाली थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मंगलवार को पुलिस ने ऑटो में सवार पालीगंज के भटरुआ गांव निवासी सुभाष कुमार को 650 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया। उसने मिठाई के डिब्बे में हेरोइन को छिपा कर रखा था।
डीएसपी कोतवाली डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ की जा रही है कि उसके गिरोह में और कितने लोग हैं और उसे हेरोइन किसने दिया था। साथ ही उसके मोबाइल नंबर का डिटेल भी निकाला जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जा रहा है।
पूछताछ में उसने बताया कि हेरोइन वह दानापुर में किसी को देने वाला था, इसके बदले उसे पांच हजार रुपये एडवांस में मिले थे। दानापुर में उसे 15 हजार रुपये और मिलनेवाले थे। पूर्व में भी वह कई बार हेरोइन की तस्करी कर चुका है।
वाट्सएप पर ऑर्डर, पैसा मिलने के बाद देते थे पैकेट
2018 में गिरफ्तार पीरबहोर निवासी ताहिर हुसैन ने पुलिस को बताया था कि उसका गैंग किसी एहसान नामक युवक के लिए काम करता था। वह हॉस्टल व लॉज में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्रों तक ब्राउन शुगर की पुडिय़ा पहुंचाता था। वाट्सएप पर ऑर्डर लेता और पैसा मिलने के बाद ग्राहक को बुलाकर हेरोइन की पुडिय़ा देता था।
एक पैकेट में 20 हजार रुपये का मुनाफा होता था। इनका ग्रुप चेन के माध्यम से काम करता है। कोतवाली पुलिस एहसान गैंग से भी सुभाष के कनेक्शन का पता कर रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस रिकॉर्ड में एहसान फरार है।
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