जीवन को नई दिशा देते हैं सकारात्मक विचार
तनाव हमारी सोच को काफी हद तक प्रभावित करता है।
तनाव हमारी सोच को काफी हद तक प्रभावित करता है। सोच नकारात्मक होने के कारण हम खुद को बहुत जल्द अवसादग्रस्त और थका महसूस करते हैं। सोच का नकारात्मक होना हमारी जीवन शैली को बुरी तरह प्रभावित करता है, लेकिन इन चीजों से हम बाहर निकल सकते हैं। इसके लिए हमें स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण, सकारात्मक सोच, बेहतर खान-पान, संगीत आदि की जरूरत है। नकारात्मक सोच होने के कारण अड़ोस-पड़ोस और समाज पर भी बुरा असर पड़ता है। इस समस्या से हर कोई प्रभावित है और हमारे बागबान भी अछूते नहीं हैं। दैनिक जागरण बागबान क्लब की ओर से मंगलवार को जागरण कार्यालय में साप्ताहिक परिचर्चा के दौरान 'नकारात्मक सोच पर नियंत्रण कैसे करें' विषय पर बुजुर्गो ने अपनी राय व्यक्त की। विषय पर प्रकाश डालने के पहले प्रेरक अमरेंद्र कुमार ने मेडिटेशन का अभ्यास कराया। अपने जीवन में सकारात्मक सोच पैदा करने को प्रेरित किया। उन्होंने 25 मिनट का अभ्यास कर बुजुर्गो को जीवन की सच्चाई और अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ नकारात्मक चीजों से दूर रहने के भी संकेत दिए। बुजुर्गो ने एक साथ अभ्यास कर अपने आप को आनंदित किया।
दिमाग पर पड़ता है पांच चीजों का प्रभाव : बुजुर्गो को मोटिवेट करते हुए प्रेरक ने विज्ञान और अध्यात्म से जुड़ी बातें साझा कीं। कुमार ने कहा कि हमारे मन में जैसा विचार आता है, वैसा हम बन जाते हैं। कई बार मन-मस्तिष्क में अच्छे और बुरे विचार आते हैं। ऐसे में हमारी बुद्धि सही और गलत चीजों के बारे में सोचती है और उसके अनुसार अपना काम करते हैं। कुमार ने कहा कि मन और दिमाग दोनों अलग-अलग चीजें हैं, इन्हें समझना होगा। माइंड का कोई स्पेस नहीं होता। अपनी सोच के साथ इंसान अपने भाग्य का निर्माण करता है। पांच चीजों का प्रभाव हमारे दिमाग पर पड़ता है। जगह, समय, खान-पान, मौसम, आसपास के लोग एवं पीछे किया हुआ काम। ऐसे में इन चीजों का ध्यान रखने की जरूरत है। मन में आने वाले नकारात्मक विचार से दूर रहने के लिए प्रकृति का सानिध्य, संगीत का साथ, व्यायाम और योगा के साथ अपने आप को अच्छे कामों में व्यस्त रखने की जरूरत है।
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मन में आने वाले नकारात्मक विचारों से दूर रहने के लिए अपने आप को सकारात्मक विचारों को इर्द-गिर्द रखें। साथ ही मन को नियंत्रित करते हुए प्रकृति और संगीत का सानिध्य प्राप्त करें।
प्राण मोहन ठाकुर, नागेश्वर कॉलोनी
अपनी सोच को सही रखने के साथ सकारात्मक लोगों का सानिध्य प्राप्त करने के साथ अपने अच्छे विचारों को दिमाग में जगह देने का प्रयास करें।
सुनील कुमार सिन्हा, कंकड़बाग
अच्छे लोगों का संगत करने के साथ व्यायाम, योगा और प्रकृति के साथ समय व्यतीत करें। साथ ही अच्छी पुस्तकों का अध्ययन करें। इससे जीवन आनंदमय होगा।
दिलीप कुमार, विजय नगर
मन में नकारात्मक सोच आने के बाद स्वयं को प्रकृति के सानिध्य में रखें। साथ ही भजन-कीर्तन करने के साथ अपने आप को काम में व्यस्त रखने का प्रयास करें।
चिंता प्रसाद, बो¨रग रोड
नकारात्मक विचार आने के बाद अपनी सोच को बदलें। अच्छे लोगों के साथ रहने के साथ सकारात्मक विचार को अपने दिमाग में जगह दें।
आरके मिश्रा, कालिकेत नगर
अपने आप को किसी न किसी काम में व्यस्त रखने का प्रयास करें। नकारात्मक विचार आने पर अच्छे काम के प्रति अपने दिमाग को प्रेरित करें। इससे सोच में बदलाव आएगा।
मन्नीजी राय, कंकड़बाग
मन में गलत विचार आने पर अपने साथ सादा पेपर रखें। उन विचारों को लिखें, फिर उसे पढ़ें। इससे मन में नकारात्मक विचारों की जगह अच्छे विचार आएंगे।
डॉ. आनंद कुमार झा, जगदेव पथ
न किसी की उपेक्षा करें और न किसी से अपेक्षा रखें। जहां तक हो सके, अपने अच्छे विचारों से लोगों का भला करें, जिससे मन में नकारात्मक भाव नहीं पनप सके।
कृष्ण कुमार सिन्हा, पटेल नगर
समय के साथ हर व्यक्ति के अपने-अपने विचार होते हैं। किसी के लिए कोई विचार अच्छा है, तो किसी के लिए बुरा। ऐसे में अपनी सोच का निरीक्षण करें। नकारात्मक सोच आने पर अपने आप को अच्छे काम में लगाएं।
श्यामजी सहाय, अध्यक्ष, बागबान क्लब
परिचर्चा के दौरान दिनेश कुमार, सियाराम सिंह, शीला, उषा वर्मा, शंभूनाथ पांडेय, कृष्ण चंद्र प्रसाद, विजय कुमार सिंह, रमेश चंद्र प्रसाद, शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, डॉ. आनंद कुमार झा, आशा सिंह, श्यामली सहाय, कृष्ण कुमार सिंह, अशोक कुमार सिन्हा, चिंता प्रसाद माहेश्वरी, लाल बिहारी प्रसाद, पीएम ठाकुर, रामविलास महतो, साधु शरण प्रसाद, अशोक कुमार अग्रवाल, योगेंद्र राम, शीला श्रीवास्तव आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
क्लब की ओर से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन -
द निक जागरण बागबान क्लब की ओर से 23 फरवरी को मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन लोहियानगर गायत्री मंदिर परिसर में होगा। अपने क्षेत्र के उपाध्यक्ष मुन्नी जी राय के नेतृत्व में शिविर का आयोजन होगा। सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक आयोजित स्वास्थ्य शिविर में डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी, जो बुजुर्गो के स्वास्थ्य की जांच करेगी। शिविर में शुगर, बीपी, हड्डी रोग आदि की जांच की जाएगी।