तेजप्रताप का तलाक: विधानसभा पहुंचे लालू के लाल, नहीं दिखे तेजस्वी व चंद्रिका राय
अपने तलाक के मुकदमे की सुनवाई के सिलसिले में पटना पहुंचे लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव परिवार से दूरी बनाकर रह रहे हैं। क्या है मामला, जानिए इस खबर में।
पटना [जेएनएन]। इसे संयोग कहें या कुछ और, विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव सदन की कार्रवाई में शामिल होने पहुंचे तो उनके ससुर चंद्रिका राय तथा भाई तेजस्वी यादव नहीं थे। तेजप्रताप सीधे विधायकों की लॉबी में जाकर बैठ गए। आम तौर जब वे विधानसभा आते थे तो अपने भाई तेजस्वी प्रसाद यादव के कक्ष में उनके लिए लगी कुर्सी के बगल में कुर्सी लाकर बैठते थे।
विदित हो कि तेजप्रताप यादव ने बीते दो नवंबर को अपनी पत्नी ऐश्वया राय से तलाक की अर्जी कोर्ट में दी है। उनके इस फैसले से पिता लालू यादव सहित परिवार के सभी सदस्य नाराज बताए जा रहे हैं। इसके बाद तेजप्रताप घर छोड़कर तीर्थों में भटकते रहे। गुरुवार को तलाक के मुकदमे की सुनवाई में पटना आए तो घर से बाहर ठहरे। शुक्रवार को विधानसभा के सत्र के अंतिम दिन भी विधानसभा में भी परिजनों से नहीं मिले। संयोग भी रहा कि उनके रहने के दौरान प्रश्नकाल में भाई तेजस्वी यादव तथा ससुर चंद्रिका राय विधानसभा में नहीं नजर आए।
खास अंदाज में पहुंचे विधानसभा
तेजप्रताप एक खास अंदाज में विधानसभा पहुंचे थे। उन्होने बृज स्टाइल में धोती-कुर्ता पहन रखा था। पार वाली धोती के साथ स्लीपर पहना हुआ था। जिस वक्त तेजप्रताप पहुंचे उस वक्त वहां इक्का-दुक्का विधायक पहुंचे थे। जो थे भी उन्होंने तेजप्रताप के सामने जाकर बात करने की हिम्मत नहीं जुटाई।
नजर नहीं आए तेजस्वी यादव व चंद्रिका राय
विधानसभा की कार्यवाही आरंभ होने को ले एलर्ट बेल बजने के तुरंत बाद तेजप्रताप सदन के भीतर पहुंच गए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बगल में उनकी जगह है। उसी बेंच पर उनके ससुर चंद्रिका राय भी बैठते हैैं। संयोग यह रहा कि प्रश्नकाल के दौरान न तो नेता प्रतिपक्ष पहुंचे और न ही चंद्रिका राय। इस वजह से इन दोनों से उनका सामना नहीं हो सका। आलोक मेहता और चंद्रशेखर को छोड़ किसी नेे भी तेजप्रताप से मिलने की हिम्मत नहीं जुटाई। यहां तक कि सत्ता पक्ष की ओर से भी कोई टोका-टोकी नहीं हुई।
घर लौटने के सवाल पर साधी चुप्पी
प्रश्नकाल भोजनावकाश तक के लिए स्थगित होने के बाद तेजप्रताप बाहर निकल गए। घर लौटने के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली। वैसे राजद के मुद्दे पर उन्होंने जोरदार अंदाज में अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार की खामियों को पार्टी के लोग उठा रहे हैैं। सरकार अपनी कमजोरी की बात सुनना नहीं चाह रही है।
दोस्तों के साथ गुजार रहे समय
मथुरा से दिल्ली और फिर पटना पहुंचे तेजप्रताप यादव अपने घर नहीं जाकर अपने दोस्तों और पटना के होटलों में अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। तलाक अर्जी की सुनवाई के लिए तेजप्रताप बुधवार की रात में ही पटना पहुंचे, लेकिन घर नहीं गए। गुरुवार को भी तलाक की अर्जी पर सुनवाई के बाद वो अपने किसी दोस्त के घर पर रुके थे। सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेना जरूरी था, इसलिए वे शुक्रवार को विधानसभा पहुंचे थे।
राजद को मिलेगी मजबूती
तेजप्रताप ने कहा कि घर व बाहर की लड़ाईयां अलग-अलग हैं। उन्होंने पार्टी के पक्ष में तथा सरकार के खिलाफ बयान दिया। उनके पार्टी के पक्ष में खड़े होने का फायदा राजद को मिलेगा, यह तय है।