सोनपुर मेला : आस्था व लोकसंस्कृति की मिठास के साथ पॉप म्यूजिक की मस्ती भी
हरि हर क्षेत्र में लगे सोनपुर मेले में केवल पशु ही नहीं हैं यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी एक बड़ा मंच है। शाम के समय सजी महफिल पूरा दिन बना देती है। इसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं।
पटना, जेएनएन। धार्मिक आस्था व लोक सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़ा हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला, जहां प्रतिदिन हजारों देसी-विदेशी सैलानी मेला घूमने आते हैं और इसके विविध रंगों का लुत्फ उठाते हैं। मेले के विविध रंगों का लुत्फ उठाने के बाद मेला घूमने आने वाले लोगों के लिए मनोरंजन की भी भरपूर व्यवस्था। सोनपुर मेला में पर्यटन विभाग के मुख्य सांस्कृतिक पंडाल में सुबह से लेकर देर रात तक आस्था व लोक संस्कृति की मिठास के साथ पॉप म्यूजिक की मस्ती भी देखने को मिल रही है।
लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत भजन पर जहां लोग भक्ति रस में डूबते चले जाते हैं वहीं लोक संस्कृति व परंपरा से जुड़ी भावपूर्ण नृत्यों व नुक्कड़ नाटक, संगीत पर लोग झूम उठते हैं। इन सबसे थोड़ा अलग हटकर जब मंच पर कलाकार पॉप म्यूजिक पर अपनी दमदार प्रस्तुति पेश करते हैं तो दर्शक दीर्घा में बैठे लोग मस्ती से झूम उठते हैं।
आस्था, लोकसंस्कृति की मिठास व भक्ति के साथ पॉप म्यूजिक की मस्ती की कुछ ऐसी ही झलक शुक्रवार को मुख्य सांस्कृति मंच के पंडाल पर देखने को मिली। शुक्रवार को मुख्य सांस्कृतिक पंडाल के मंच से एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत लोगों को घंटों झूमाया। सुरभि कला मंच सोनपुर के कलाकारों ने तनी ताकनअ बलुमा..., लागल बा सोनपुर के मेलवा..., मोरा अठरह साल हो गइल... आदि लोकगीत व कई भक्ति गीत तथा फिल्मी गीतों पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम में लोक कलाकार सत्येंद्र, मधु, अरङ्क्षवद, पूजा कुमारी, लालमोहन चौहान, गणेश पासवान, टुन्ना, अजय पांडेय आदि ने एक से बढ़कर एक कार्यक्रम पेश कर जमकर तालियां बटोरी।