पुलिसकर्मी की शहादत पर बिहार में उबली सियासत, BJP ने ही खड़े किए सवाल
अपराधियों के साथ मुठभेड़ में खगड़िया के पसराहा थानाध्यक्ष अाशीष कुमार सिंह शहीद हो गए। सरकार की सहयोगी भाजपा ने ही सवाल उठाया है जिसके बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है।
पटना [जेएनएन]। खगड़िया-नवगछिया सीमा पर सलारपुर- मोजमा दियारा में शुक्रवार की देर रात अपराधियों के साथ मुठभेड़ में खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए। जबकि पसराहा थाना के सिपाही दुर्गेश कुमार घायल हो गए। जिनका इलाज भागलपुर में चल रहा है। आशीष कुमार सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेजा गया है।
भाजपा ने सरकार पर ही उठाए सवाल
पुलिस जवान की शहादत के बाद बिहार में सियासी महकमे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। बिहार में नीतीश कुमार सरकार की सहयोगी भाजपा ने ही सरकार पर सवाल उठाया है। भाजपा नेता रामेश्वर चौरसिया ने कहा है कि अपराधी बेखौफ होते जा रहे हैं। अब पुलिसवाले को भी अपना निशाना बना रहे हैं। अभी चुनाव होने वाले हैं और जनता इस तरह खौफ के साये में है।
उन्होंने कहा कि अपराध को लेकर मैं सीएम और डिप्टी सीएम से बात करू्ंगा कि वो अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करें और अधिकारियों पर नकेल कसें । इन घटनाओं से सरकार का इमेज खराब होता है। 2005 में जब हमारी सरकार थी तो अपराध पर लगाम लगाने में सरकार कामयाब थी और अपराधी । अब फिर से वैसे ही काम करना होगा।
जदयू नेता ने कहा-मामले की जांच की जानी चाहिए
वहीं जदयू नेता संजय सिंह ने कहा है कि ये घटना दुखद है। थानाध्यक्ष को पुलिस बल क्यों नहीं दिया गया इसकी जांच होनी चाहिए। ये घटना हमारे लिए चुनौती है और पुलिस पर भी सवाल उठाती है। ये वहां के एसपी बताएंगे कि थानाध्यक्ष ने अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की थी या नहीं। पूरे मामले की जांच की जानी चाहिए।
कांग्रेस ने पूछा-क्या यही है सुशासन
कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि अपराधियों का मनोबल इसतरह बढ़ा है कि पुलिस की अब हत्या कर दी जा रही है। पुलिस खुद ही असुरक्षित है तो वह जनता की सुरक्षा क्या करेगी, कैसे करेगी? क्या यही सुशासन है जहां पुलिस को ही अपराधी निशाना बना रहे हैं।
हम नेता जीतनराम मांझी ने कहा-अब बिहार में लगे राष्ट्रपति शासन
खगड़िया की घटना पर जीतनराम मांझी ने केंद्र सरकार से की बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस के लोग सरकार के डर से शराबबंदी में फंसे हैं। बिहार में अपराध के लिए सीएम जिम्मेवार हैं।
राजद नेता ने कहा-पुलिस सीएम नीतीश की बात नहीं सुनती
राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की अपनी कोई साख नहीं बची है, इनकी सरकार में अपराधियों का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भी पुलिस के सामने नतमस्तक हो गए हैं। मुख्यमंत्री की अपनी कोई साख नहीं बची।
नीतीश पुलिसकर्मियों के सामने में गिड़गिड़ा रहे हैं कि कानून-व्यवस्था सुधारें। लेकिन अब तो पुलिस वाले भी सुरक्षित नहीं है ऐसे में आम लोगों की क्या हालत होगी ये समझा जा सकता है।
वहीं, राजद नेता संजय प्रसाद ने राज्य की नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि सीएम नीतीश कुमार के समीक्षा का कोई असर नहीं है। डीजीपी और पुलिस अधिकारी नहीं सुन रहे सीएम नीतीश की बात, इसका खामियाजा उन्हें अगले चुनाव में भुगतना पड़ेगा। अपराधियों के सामने ये सरकार नतमस्तक हो गई है।
बता दें कि कल देर रात पुलिस के साथ कुख्यात दिनेश मुनि गिरोह की ये मुठभेड़ हुई थी। आशीष कुमार सिंह सहरसा जिले के सरोजा गांव के निवासी थे। आशीष कुमार 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे ।