सांवरे की महफिल को सांवरा सजाता है
श्याम भक्तों की भीड़ लगी है। सामने मंच पर सजा है खाटू वाले श्याम बाबा का भव्य दरबार।
श्याम भक्तों की भीड़ लगी है। सामने मंच पर सजा है खाटू वाले श्याम बाबा का भव्य दरबार। दरबार में शीश झुकाने आये हुए हैं देश के जाने-माने भजन गायक रवि बेरिवाल, ज्योति जी खन्ना और पप्पू शर्मा। भक्ति रस में डूबे श्याम भक्तों की टोली पूरे सभागार में गीतों की धुन पर झूमते और नाचते रहे। मौका था श्री कृष्ण मेमोरियल हाल में आयोजित 'एक शाम श्याम प्रभु के नाम' का।
पूरा माहौल ही भक्तिमय रहा। श्री कृष्ण मेमोरियल हाल में प्रवेश के साथ ही चंदन टीका लगा रहे बच्चे और महिलाएं, फूलों से सजे द्वार पर लगे घंटे और अन्दर खाटू वाले वाले श्याम की प्रतिमूर्ति भव्य दरबार में पीले वस्त्रों में गाते-झूमते भक्त। कोलकाता से आये ज्योति जी खन्ना ने जैसे दरबार में गाना शुरू किया 'सांवरे की महफिल को सांवारा सजाता है, किस्मत वालों से मिलने श्याम आता है ' तो पूरा हाल ही बाबा के जयकारे लगाते हुए मगन हो गया। इसके बाद 'मन को लुभाये ये तो सब को ही भाये, ये तो प्रेम निभाये सबसे ये बाबा मोर छड़ी वाले' 'आज खुशी से झूम रहा ना जाने क्या बात है, कीर्तन की रात है बाबा का साथ है' और 'तेरे भजनों को भज न सके, ऐसी वाणी का क्या फायदा, तालियां जो बजा न सके, ऐसे हाथों का क्या फायदा' जैसे भक्तिगीतों पर दर्शक थिरकते रहे। चर्चित भक्ति गायक रवि बेरिवाल अपनी टोली के साथ मंच पर आते ही छा गये। 'हमारे घर कीर्तन है ओ बाबा तुम्हें आना है, दीवाने भक्तों को दर्श दिखाना है' की बोल पर सभागार में मौजूद हर भक्त स्वर मिलाने लगा। 'ओ सांवरिया सरकार मेरो आओ, थारी है दरकार मेरो आओ' गीत पर झूमते गाते श्रोता मंच पर बने दरबार तक पहुंच गये। राज पारिख के भजन खाटू का तोरण द्वार और पप्पु शर्मा के भक्तिगीतों पर भी भक्त झूमते रहे। कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी लकी मोदी ने बताया कि 2016 में भी इसी तरह के आयोजन किये गये थे।