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महात्‍मा गांधी सेतु के सिंगल लेन की सड़क हुई खतरनाक, बढ़ी दुर्घटना की संभावना

महात्‍मा गांधी सेतु पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। वहीं, सिंगल लेन की सड़क भी खतरनाक हो गई है। वाहनों के पहिये छोटे-बड़े गड्ढ़ों में फंस रहे हैं।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Sun, 24 Jun 2018 04:32 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jun 2018 08:05 PM (IST)
महात्‍मा गांधी सेतु के सिंगल लेन की सड़क हुई खतरनाक, बढ़ी दुर्घटना की संभावना
महात्‍मा गांधी सेतु के सिंगल लेन की सड़क हुई खतरनाक, बढ़ी दुर्घटना की संभावना

पटना [जेएनएन]। महात्मा गांधी सेतु पर वाहनों का दबाव अत्यधिक बढ़ जाने से रफ्तार काफी कम हो गई है। 5.75 किलोमीटर लंबे पुल को पार करने में वाहन को डेढ़ से दो घंटा लग रहा है। भीषण गर्मी के बीच शनिवार को वाहनों से पुल पार करने वाले यात्रियों की मुसीबत गर्मी के कारण बढ़ी रही।

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इससे भी अधिक चालकों को सेतु पर वाहन चलाने में हो रही है। पाया संख्या एक से लेकर 46 तक के पूर्वी लेन की सड़क बदहाल होने की वजह से खतरनाक स्थिति में पहुंच चुकी है। इस लेन पर दर्जनों छोटे-बड़े गड्ढों पर वाहनों का पहिया फंस रहा है। दुर्घटना की संभावना भी काफी बढ़ गई है।

गांधी सेतु पर यातायात व्यवस्था को नियंत्रित कर रहे पुलिस कर्मियों ने बताया कि पूर्वी लेन की बदहाल सड़क पर वाहनों के खराब होने का सिलसिला जारी है। खराब वाहनों को हटाने तक में जाम के हालात उत्पन्न हो जाते हैं। सड़क पर कई जगह हुए गड्ढे से सरिया तक नजर आ रही है। इस लेन के दोनों किनारे बालू की ढेर लगी है। इस बालू पर वाहनों का पहिया फिसल रहा है। मोटरसाइकिल चालकों के लिए यह बालू मौत की वजह बन रही है। हाजीपुर क्षेत्र के गांधी सेतु पर पिछले दिनों कई दुर्घटना हो चुकी है।

वाहन चालकों का कहना है कि पूर्वी लेन की सड़क पर पुल स्पैन को जोडऩे वाला लोहे का ङ्क्षफगर काफी ऊंचा नीचा हो गया है। इस पर पहिया पढ़ते ही वाहन असंतुलित होने लगता है। तैनात पुलिस कर्मियों ने बताया कि पीपा पुल पर चलने वाले छोटे वाहनों के गांधी सेतु पर शिफ्ट होने के बाद से यातायात व्यवस्था चिंताजनक स्थिति को पहुंच चुकी है।

आए दिन वाहनों का एक्सल टूटने, चक्का पंचर होने, अनियंत्रित होने जैसी समस्या उत्पन्न होने से मुसीबत गहरा रही है। चालकों ने बताया कि बड़ी गाडिय़ों का बड़ा पहिया तो सड़क के खतरे को सह लेता है लेकिन छोटे सवारी वाहन बदहाल सड़क के शिकार बन जाते हैं।

पश्चिमी लेन के सुपर स्ट्रक्चर को काटने का चल रहा काम काफी धीमी गति से चल रहा है इस कारण इस लेन के पुनर्निर्माण का काम तय समय से काफी विलंब होगा। पूर्वी लेन के महत्व को देखते हुए इस का रख-रखाव बेहतर ढंग से किया जाना बेहद जरूरी है। इस लेन की टूटी और गायब हुई रेलिंग को ठीक कर दिया गया है।


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