बेउर जेल के 1264 कैदियों को सिखाया जाएगा 'ककहरा'
साक्षरता दिवस पर कारा महानिरीक्षक मिथिलेश मिश्र के निर्देश पर आदर्श केंद्रीय कारा बेउर के 1264 निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाया जाएगा। उन्हें ककहरा से लेकर एबीसीडी..तक सिखाने का निर्णय लिया गया है।
पटना । साक्षरता दिवस पर कारा महानिरीक्षक मिथिलेश मिश्र के निर्देश पर आदर्श केंद्रीय कारा बेउर के 1264 निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाया जाएगा। उन्हें ककहरा से लेकर एबीसीडी..तक सिखाने का निर्णय लिया गया है। कारा महानिरीक्षक ने बिहार की सभी जेलों में एक सितंबर से एक साथ निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने का अभियान चलाने को कहा था। बेउर जेल में फिलहाल सजावार व विचाराधीन कैदियों को मिलाकर 1264 कैदी ही निरक्षर हैं। हालांकि जेल में अभी लगभग 4000 कैदी बंद हैं।
कारा प्रशासन की ओर से चार महीने के अंदर सभी निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने का संकल्प लिया गया है। उन्हें साक्षर बनाने का काम जेल में ही बंद 10 पढ़े-लिखे कैदी करेंगे, जो स्वयंसेवक के रूप में जेल में ही काम करते हैं। इन्हें 15-15 कैदियों का समूह बनाकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण देते समय कोविड-19 के प्रावधानों का पूरी तरह अनुपालन कराने को कहा गया है।
काराधीक्षक जवाहर लाल प्रभाकर ने बताया, बेउर जेल में लगातार कई वर्षो से निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने का कार्यक्रम चल रहा है। पिछले साल जहां 2820 कैदियों को प्रशिक्षित किया गया था, वहीं इस साल पहली जनवरी से 31 अगस्त के बीच 2338 निरक्षर बंदियों को साक्षर बनाया गया है। अगले चार माह में 1264 कैदियों को साक्षर बनाया जाएगा। इसके लिए जेल में ही सजा काट रहे दस स्वयंसेवक कैदियों को जिम्मा दिया गया है। स्वयंसेवकों की संख्या कम होने पर दूसरे पढे़-लिखे कैदियों को भी इस कार्य में लगाया जाएगा। निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने के लिए स्लेट-पेंसिल के साथ ही प्राइमरी किताबें व पेन-कॉपी भी उपलब्ध कराई गई है।