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डीएलएड के 11 हजार अभ्यर्थियों को झटका, नहीं मिलेगा प्रमाणपत्र

इन अभ्यर्थियों के इंटर में 38 फीसद से कम अंक।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 01:26 AM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 01:26 AM (IST)
डीएलएड के 11 हजार अभ्यर्थियों को झटका, नहीं मिलेगा प्रमाणपत्र
डीएलएड के 11 हजार अभ्यर्थियों को झटका, नहीं मिलेगा प्रमाणपत्र

पटना । नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआइओएस) से डिप्लोमा इन एलिमेंटरी (डीएलएड) की परीक्षा देने वाले 11 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को झटका लगा है। पटना हाईकोर्ट से राहत दिए जाने के बाद भी न्यूनतम योग्यता नहीं रहने के कारण इन्हें लाभ नहीं मिल सकेगा। इंटर में 50 फीसद अंक नहीं होने के कारण 11,163 अभ्यर्थियों का एनआइओएस ने प्रमाण पत्र रोक दिया है। इससे शिक्षक बनने की मंसूबा पाल रखे इन अभ्यर्थियों को झटका लगा है। बता दें कि एनआइओएस ने डीएलएड करने के लिए न्यूनतम योग्यता इंटर व प्राप्तांक 50 फीसद तय किया है।

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दोबारा परीक्षा का जल्द जारी होगा रिजल्ट व प्रमाण पत्र

एनआइओएस की ओर से 18 जनवरी तक हुई परीक्षा का परिणाम जल्द जारी होगा। एनआइओएस के चेयरमैन प्रो. सीबी शर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है। प्रो. सिंह ने बताया कि कोर्ट ने एक महीना आवेदन करने के लिए समय दिया है। इस अवधि के भीतर ही परिणाम के साथ-साथ प्रमाण पत्र अभ्यर्थियों को दे दिया जाएगा। इससे बिहार के करीब 18 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को लाभ मिलेगा। हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद करीब ढाई लाख डीएलएड डिग्रीधारकों को लाभ मिलेगा।

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केंद्र सरकार के निर्देश के बाद एनआइओएस की ओर से 18 महीने का डीएलएड कोर्स आरंभ कराया गया। अभ्यर्थियों को स्पष्ट बताया गया था कि 12वीं में कम से कम 50 फीसद अंक जरूरी है। जो छात्र इस योग्यता को पूरी नहीं कर पाएं हैं, उनका प्रमाण पत्र एनसीईटीई के नियमों के आलोक में जारी नहीं किया जा सकता है।

- प्रो. डॉ. सीबी शर्मा, चेयरमैन, एनआइओएस।


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