सरकारी आवास में मृत पाया गया अंचल कार्यालय आदेशपाल
वारिसलीगंज अंचल कार्यालय में कार्यरत आदेशपाल राम श्रेष्ठ भारती (28) की मौत बुधवार की अहले सुबह प्रखंड कालोनी स्थित सरकारी आवास में हो गई। आदेशपाल की मौत
वारिसलीगंज अंचल कार्यालय में कार्यरत आदेशपाल राम श्रेष्ठ भारती (28) की मौत बुधवार की अहले सुबह प्रखंड कालोनी स्थित सरकारी आवास में हो गई। आदेशपाल की मौत की सूचना से प्रखंड कार्यालय परिसर में सनसनी फैल गई। कमरे में बंद युवक का शव अधिकारियों की उपस्थिति में बाहर निकाला गया।
जानकारी के अनुसार रजौली के जगजीवन नगर निवासी रामस्वरूप राम वारिसलीगंज प्रखंड में पंचायत सेवक के पद पर कार्यरत थे। जिनकी मृत्यु सेवाकाल के दौरान ही हो गई थी। पिता की मौत बाद अनुकंपा के आधार पर मृतक को आदेशपाल के पद पर नौकरी मिली थी। अंचल अधिकारी उदय प्रसाद ने बताया की शनिवार तक मृतक अंचल कार्यालय का डाक लेकर नवादा गया था। दो दिन सोमवार व मंगलवार को युवक ड्यूटी पर नहीं पहुंचा था। घटनास्थल पर उपस्थित एसडीपीओ मुकेश कुमार साह, थानाध्यक्ष पवन कुमार, अंचल अधिकारी उदय कुमार, अपर थानाध्यक्ष नित्यानंद शर्मा आदि अधिकारियों ने बताया की संभावना है कि रविवार की रात में ही युवक की मौत हो गई। बताया कि आशंका है की रात में अचानक युवक को किसी प्रकार का दौरा आया हो और युवक मुंह के बल जमीन पर गिर गया हो, जिससे उसकी मौत हो गई। बंद आवास में युवक के शव की दुर्गंध आने के बाद अधिकारियों ने परिजनों को घटना की सूचना दी। लेकिन एक घंटा से अधिक बीत जाने के बाद तक किसी भी परिजन के नहीं पहुंचने के बाद कमरे को आम लोगों के सामने पुलिस के द्वारा दरवाजा तोड़ अंदर प्रवेश किया गया व शव को बाहर निकाला गया। हालांकि शव निकालने के कुछ देर बाद ही मृतक के परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए तब शव को पुलिस पोस्टमार्टम के लिए नवादा भेज दिया।
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कमरे से गंध आने के बाद अधिकारियों को दी गई जानकारी
- प्रखंड कार्यालय स्थित एक पुराने सरकारी भवन में युवक अकेले रहता था। जहां उसके अगल बगल सभी भवन खाली पड़े हैं। अगल बगल में प्रखंड के काम से आए लोग व चरवाहे को कमरे से गंध मिलने के बाद इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलने के बाद अधिकारियों ने मामले की जांच की। जहां भवन अंदर से बंद थी और भवन से गंध आ रही थी। सूचना मिलने के बाद डीएसपी मुकेश कुमार शाह, अंचल अधिकारी उदय कुमार, थानाध्यक्ष पवन आदि ने कैमरे के सामने दरवाजा खोलकर शव को बाहर निकाला।