विद्यालयों की जांच में बच्चों की कम उपस्थिति पर बीडीओ ने जताई चिता
प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रेमसागर मिश्र ने शनिवार को क्षेत्र में संचालित स्कूलों की जांच की गई।
प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रेमसागर मिश्र ने शनिवार को क्षेत्र में संचालित स्कूलों की जांच की गई। उन्होंने बताया कि रजौली पूर्वी पंचायत की नावाडीह गांव के मध्य विद्यालय में घोर अनियमितता की शिकायत लगातार ग्रामीणों के द्वारा की जा रही थी। शिकायत के आलोक में शनिवार की सुबह 11:00 बजे स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मात्र 18 बच्चे उपस्थित थे। जिसका मुख्य कारण यह भी कहा जा सकता है कि स्कूल में कुल 4 शिक्षक हैं। जिसमें एक शिक्षक दूसरे स्थान पर कार्यरत हैं। दूसरे शिक्षक मुकेश कुमार मुकुल बीआरसीसी में समन्वयक के कार्य कर रहे हैं। जिसके कारण वह भी लगातार स्कूल से गायब ही रहते हैं। वहीं तीसरे शिक्षक कॉपी की जांच के लिए गए हुए थे। चौथे शिक्षक के रूप में खुद प्रधानाध्यापक मुनीलाल स्कूल में मौजूद थे। लेकिन वे बीआरसी के द्वारा दिए गए कार्यों के लेखन कार्य में व्यस्त दिखे। जिसके कारण स्कूल आए हुए बच्चों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था।जिससे बच्चे पहले ही स्कूल छोड़कर चले हो गए थे। जो बच्चे बचे हुए थे, वे खेल कूद में व्यस्त थे। हालांकि स्कूल में मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा था। लेकिन बच्चों की कम उपस्थिति चिताजनक थी। बीडीओ ने कहां की स्कूल में शिक्षकों की कमी को दूर करने को लेकर शिक्षा विभाग को लिखा जाएगा। ताकि बच्चों की उपस्थिति में सुधार के साथ हीं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके। बीडीओ ने पूर्वी पंचायत नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सरमसपुर की भी जांच की। जहां पर भी दो शिक्षक में से मात्र एक उपस्थित थे। प्रधान शिक्षक रंजू कुमारी छुट्टी का आवेदन देकर स्कूल नहीं पहुंची थी। हालांकि यहां भी मध्याह्न भोजन का निर्माण कराया जा रहा था। शिक्षक ने कहा कि मैडम किसी काम को लेकर छुट्टी पर हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि सिर्फ शिक्षकों की कमी के कारण स्कूल में बच्चों की उपस्थिति कम थी। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग को अनुशंसा की जाएगी।