वारिसलीगंज रैक प्वाइंट पर सुविधाओं का टोटा
किऊल गया रेल खंड पर वारसलीगंज रेलवे रैक प्वाईंट पर घोर असुविधा के कारण व्यापारियों को आए दिन लाखों रुपये नुकसान उठाना पड़ रहा है।
किऊल गया रेल खंड पर वारसलीगंज रेलवे रैक प्वाईंट पर घोर असुविधा के कारण व्यापारियों को आए दिन लाखों रुपये नुकसान उठाना पड़ रहा है। वर्षों से व्यापारियों द्वारा रैक प्वाईंट पर पर्याप्त रूप से शेड बनवाने की मांग की जा रही है, लेकिन विभाग कि अनदेखी के कारण पूरा नहीं सका। फलत: बरसात के दिनों में रैक से उतरने वाले सामानों का भारी मात्रा में नुकसान होता है, जबकि निर्धारित समय से रैक खाली नहीं होने पर संबंधित व्यापारियों को पेनाल्टी देनी पड़ता है।
इसी कड़ी में रविवार 29 सितंबर को झमाझम वर्षा के बीच बिरला कार्पोरेशन लिमिटेड तथा रिलायंस लिमिटेड का सीमेंट का रैक सुबह 6 बजे लगा। लगातार बारिश के कारण रैक खाली होने में काफी समय लग गया। सोमवार को करीब 12 बजे दिन तक रैक में रखे सीमेंट को उतारा जा सका। कंपनी के सुदीप कुमार ने बताया मूसलाधार वर्षा के कारण सीमेंट ट्रांसपोटेशन का कार्य बाधित होता रहा, जिसके चलते करीब 21 घंटे का समय लग गया। रेलवे द्वारा निर्धारित समय के दौरान रैक खाली नहीं होने के कारण कंपनी को एक लाख रुपये का पेनाल्टी भरना पड़ा। जबकि वर्षा के बीच सीमेंट ढुलाई में लाखों रुपये का सामान भी बर्बाद हो गया। गौरतलब है कि वारिसलीगंज रैक प्वाईंट रेलवे द्वारा उपेक्षा का शिकार होता रहा है। रैक पर शेड के साथ न पानी की व्यवस्था है और न ही शौचालय की, ऐसे में वहां काम करने वाले मजदूरों को हर समय परेशानी से दो चार होना पड़ता है। इस संबंध में पूछे जाने पर स्टेशन प्रबंधक अरुण कुमार ने बताया कि वर्षा के कारण रैक खाली करने में लगा अतिरिक्त समय को लेकर पेनाल्टी देना विभाग का नियम है। आपदा के तहत रैक खाली होने में लगा पेनाल्टी को वापस करने के लिए दानापुर मंडल में आवेदन कर प्राप्त किया जा सकता है।