सड़क हादसे में तीन मजूदरों की मौत, गांव का माहौल हुआ गमगीन
नालंदा जिला के चंडी थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव के पास मंगलवार की देर रात सड़क हादसे में मृत तीनों मजदूरों विशेश्वर यादव गौरी मांझी व संजय मांझी के शव बुधवार को छनौन गांव लाया गया।
नालंदा जिला के चंडी थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव के पास मंगलवार की देर रात सड़क हादसे में मृत तीनों मजदूरों विशेश्वर यादव, गौरी मांझी व संजय मांझी के शव बुधवार को छनौन गांव लाया गया। तीनों के शवों के पहुंचते ही गांव का माहौल गमगीन हो गया। गांव की गलियों में कोहराम मच गया। परिजन विलाप करते हुए लगातार बेसुध हो जा रहे थे। गांव के अन्य लोग मृतक के परिजनों को ढांढ़स बंधाने में जुटे हुए थे। मृतक विशेश्वर की पत्नी चिता देवी व परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। कमोबेश यही स्थिति मृतक संजय की पत्नी सोना देवी तथा गौरी की पत्नी चिता देवी का भी था। उनके चीत्कार से सभी लोग दहल रहे थे। गांव के लोगों को घटना पर विश्वास नहीं हो रहा था। घटना से आहत हुए भाजपा नेता रंजीत यादव ने मुख्यमंत्री आपदा के तहत मृतक के परिजनों को चार-चार लाख मुआवजा देने की मांग जिलाधिकारी से की है। पिकअप पलटने से हुई तीनों की मौत, तीन जख्मी
- बताया जाता है कि उक्त सभी लोग पिकअप वैन से अनाज लेकर पटना जा रहे थे। पटना में पशुपालन विभाग से सेवानिवृत हुए डॉ. कृष्ण चंद सिंह के आवास पर अनाज पहुंचाना था। डॉ. सिंह छनौन के ही निवासी हैं। नालंदा जिला के चंडी थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव के समीप डिवाइडर से टकराने के बाद पिकअप वैन पलट गई। जिसमें विशेश्वर यादव, गौरी मांझी व संजय मांझी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। जबकि वैन पर सवार सुबोध सिंह, अरविद माझी व रोहित मांझी गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। घायलों को इलाज के लिए पीएमसीएच पटना में दाखिल कराया गया है। सभी मृतक व जख्मी वाहन के डाला में अनाज की बोरी के उपर बैठे थे। केबिन में चालक के साथ वाहन मालिक भी सवार थे। चंडी थानाध्यक्ष चंचल कुमार ने बताया कि दुर्घटना के बाद दोनों वहां से फरार हो गए।
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