बड़ी मुश्किल है इन राहों में..
घर लौट रहे प्रवासियों को कई प्रकार की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। रास्ते में उनका चुनौतियों से सामना हो रहा है। कुछ ऐसा ही दृश्य शुक्रवार को नवादा बाइपास में देखने को मिला।
घर लौट रहे प्रवासियों को कई प्रकार की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। रास्ते में उनका चुनौतियों से सामना हो रहा है। कुछ ऐसा ही दृश्य शुक्रवार को नवादा बाइपास में देखने को मिला। तकरीबन दर्जन भर प्रवासी पैदल हजारीबाग (झारखंड) जाते दिखे। पूछने पर बताया कि सुबह में मुंबई से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पटना पहुंचे थे। पटना के अधिकारियों ने उन्हें विशेष वाहन से नवादा लाकर छोड़ दिया। फलस्वरूप उनके समक्ष हजारीबाग पैदल जाने की मजबूरी आ गई है। नवादा शहर में भटकते हुए बाइपास पहुंचे थे कि शायद कोई वाहन मिल जाए। एक घंटे तक इंतजार करने के बाद अब पैदल ही सफर पर निकल पड़े हैं। जिसके बाद मीडियाकर्मियों ने उनकी मदद की। बाइपास से गुजर रहे पिकअप वैन को मीडियाकर्मियों ने रोका। संयोग से पिकअप वैन भी हजारीबाग ही जा रहा था। मीडियाकर्मियों की पहल पर वैन का चालक तस्लीम अंसारी तैयार हो गया। प्रवासियों की पीड़ा सुनकर वह भी द्रवित हो उठा। जिसके बाद प्रवासी सुरक्षित अपने घर पहुंचे। प्रवासी जावेद, राजू, मो. रफीक समेत अन्य प्रवासियों ने बताया कि पटना में अधिकारियों ने उन्हें बस में यह कहकर बैठाया था कि गाड़ी झारखंड तक जाएगी, लेकिन बस ने नवादा में ही उतार दिया।