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शव के साथ ग्रामीणों ने किया नवादा-गया पथ को जाम सड़क दुर्घटना में हुए मौत पर ग्रामीणों ने किया था जाम

प्रखंड के बलियारी निवासी स्व. अनिल ¨सह के पुत्र गुलशन कुमार की सोमवार की रात सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद मंगलवार को ग्रामीणों ने शव के साथ नवादा-गया पथ को जाम कर दिया। उड़सा व बलियारी गांव के समीप कई स्थानों पर जाम लगाने से मार्ग पर परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Mar 2018 09:26 PM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 09:26 PM (IST)
शव के साथ ग्रामीणों ने किया नवादा-गया पथ को जाम 

 सड़क दुर्घटना में हुए मौत पर ग्रामीणों ने किया था जाम
शव के साथ ग्रामीणों ने किया नवादा-गया पथ को जाम सड़क दुर्घटना में हुए मौत पर ग्रामीणों ने किया था जाम

नवादा। प्रखंड के बलियारी निवासी स्व. अनिल ¨सह के पुत्र गुलशन कुमार की सोमवार की रात सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद मंगलवार को ग्रामीणों ने शव के साथ नवादा-गया पथ को जाम कर दिया। उड़सा व बलियारी गांव के समीप कई स्थानों पर जाम लगाने से मार्ग पर परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। लोग आपदा कोष से 4 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। एसडीएम-एसडीपीओ द्वारा समझाने-बुझाने और मुआवजा की मांग पूरी करने का आश्वासन दिए जाने के बाद लोग शांत हुए। तब जाम हटा और वाहनों का परिचालन आरंभ हुआ।

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उल्लेखनीय है कि सोमवार की रात सड़क हादसे में बलियारी गांव के स्व. अनिल ¨सह के पुत्र गुलशन कुमार की मौत हो गई थी। मंगलवार की सुबह में ग्रामीणों ने शव के साथ सड़क को जाम कर दिया और मुआवजा की मांग करने लगे। जाम की जानकारी मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी रंजीत कुमार वर्मा,अंचल अधिकारी पिन्टु कुमार, आरक्षी निरीक्षक राजकुमार दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने काफी मशक्कत कर जाम हटवाया। ग्रामीण चार लाख रुपये मुआवजा की मांग पर अड़े थे। जबकि प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा पारिवारीक लाभ के बीस हजार का चेक पीड़ित परिवार को तत्काल दे रहे थे, लेकिन परिजन चेक लेने से इंकार कर दिया तथा आपदा प्रबंध के तहत चार लाख रुपये को लेकर ग्रामीण अड़े थे। वरीय पदाधिकारी के आने में जैसे-जैसे विलम्ब हो रहा था ,ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था। स्थानीय पदाधिकारी द्वारा वस्तु स्थिति की जानकारी वरीय अधिकारी को दी गई। तब जिलाधिकारी के निर्देश पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार,एसडीपीओ विजय कुमार झा पहुंचे ओर लोगों से बात की। तथा आपदा प्रबंध के मांग के अनुरूप मुआवजा राशि देने का आश्वासन दिया। अनुमंडल पदाधिकारी के आश्वासन पर जाम हटा और संतुष्ट ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार करने के लिए ले गए। जाम समाप्त होते ही यात्रियों व वाहन चालकों को राहत मिली।

एक मात्र कमाउ सदस्य था गुलशन

-मृतक गुलशन कुमार के पिता नहीं थे। गांव में रहकर पूरे परिवार को चला रहा था। एक निजी विद्यालय में तीन हजार मासिक पर शिक्षक की नौकरी कर अपने मां एवं बहन का जीवन यापन करता था। अपनी बहन की शादी तय कर रखा था। शादी के इंतजाम में वह जुटा था। उसकी मृत्यु के बाद परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था।

स्कूली बच्चों को हुई काफी परेशानी

-कई घंटे तक जाम रहने से आम यात्रियों व वाहन चालकों को तो परेशानी हुई ही, स्कूली बच्चे भी जाम में फंसे। ज्ञान भारती सहित कई स्कूलों की बसें जाम में जहां-तहां फंस गई। कुछ लोगों ने स्कूली बस को रास्ता देने की गुहार लगाई, लेकिन आक्रोशितों ने एक न सुनी। जाम हटने के बाद ही स्कूली बस भी अन्य बसों के साथ गंतव्य की ओर रवाना हुआ।


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