मेहनत रंग लाई, प्रखंड का युवक बना सीडीपीओ
असफलता ही सफलता सीढ़ी होती है। लगातार असफलता मिलने के बावजूद बिना थके लगातार मेहनत करने वाले को निश्चित सफलता मिलती है।
असफलता ही सफलता सीढ़ी होती है। लगातार असफलता मिलने के बावजूद बिना थके लगातार मेहनत करने वाले को निश्चित सफलता मिलती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है प्रखंड के भवानीबीघा ग्रामीण राजेश किशन ने। वारिसलीगंज प्रखंड अंतर्गत अपसढ़ पंचायत की भवानी बीघा निवासी 35 वर्षीय राजेश किशन बीपीएससी द्वारा आयोजित सीडीपीओ की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर इस उक्ति को सही ठहराया है। बीपीएससी द्वारा 2017 में 59वीं बीपीएससी परीक्षा ली गई थी। जिसमें पहली बार पुरुषों के लिए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का पद सृजित किया गया था।
35 वर्षीय राजेश किशन मध्यम परिवार से आते हैं। बताते हैं कि लगभग 10 वर्ष से अधिक समय से लगातार पटना में रहकर युवक लगातार मेहनत कर परीक्षा दे रहा था। लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। 2017 में बिहार सरकार द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के पद के लिए पुरुषों का पद सृजित किया। जिसकी पहली परीक्षा 2017 में हुई। जबकि लिखित परीक्षा 2018 और परिणाम जुलाई 2019 में 2 साल बाद आया। परीक्षा का परिणाम प्राप्त हुआ। लंबे समय से मेहनत कर रहे राजेश अपनी इस सफलता से बेहद खुश हैं। सफलता का श्रेय अपने दिवंगत पिता डॉ. रामचंद्र प्रसाद को देते हैं। सफलता मिली है तो गांव समेत वारिसलीगंज के उनके परिजनों में काफी खुशी व्याप्त है।