कुपोषण दूर करने में सेविका व आशा गांव की महिलाओें को करेंगी जागरूक
कुपोषण दूर करने व मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं को क्षमतावर्द्धन प्रशिक्षण दिया गया।
कुपोषण दूर करने व मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं को क्षमतावर्द्धन प्रशिक्षण दिया गया। मंगलवार को नवादा ब्लॉक सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर नवादा की सीडीपीओ आभा कुमारी ने कहा कि सभी पर्यवेक्षिका अपने-अपने पोषण क्षेत्र की सेविकाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें ट्रेंड करेंगी। छोटे बच्चों का किस तरह से सही पोषण हो, गर्भवती माताओं का सही देखभाल व खानपान कैसा हो इन सबके बारे में जानकारी दी गई। पर्यवेक्षिकाएं अपने-अपने एरिया की आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ मीटिग करेंगी। ताकि उन सेविकाओं के माध्यम से पोषक क्षेत्र की आम महिलाओं को कुपोषण के प्रति जागरूक किया जा सके।
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छह माह तक के बच्चे को सिर्फ स्तनपान कराएं
-प्रशिक्षण में इस बात पर भी जोर दिया गया कि नवजात बच्चों का सही पोषण हो। छह माह तक माताएं अपने नवजात को सिर्फ स्तनपान ही कराएं। इसके साथ ही पूरक पोषाहार देने के बारे में भी बताया गया। गर्भावस्था के दौरान सही पोषण लेने से माताओं के गर्भ में पल रहे बच्चे भी स्वस्थ जन्म लेंगे। इस तरह से कुपोषण के कारण होने वाले शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। साथ ही जन्म के बाद से 2 साल तक सभी तरह के टीके भी लगाए जाएं। इन सारी बातों को लेकर सेविका के जरिए गांव की औरतों को जागरूक करना है। प्रशिक्षण में बताया गया कि इस जागरूकता अभियान में स्वास्थ्य विभाग से आशा कार्यकर्ता भी सेविकाओं के साथ जागरूकता लाने का काम करेंगी। सेक्टर व एसएचसी पर मीटिग कर आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं को पूरी जानकारी देने के लिए कहा गया। ताकि ये सभी गांवों में जाकर महिलाओं को उनके स्वास्थ्य व पोषण के प्रति जागरूक कर सकें। प्रशिक्षण में गर्भावस्था के 1 हजार दिन के महत्व के बारे में भी बताया गया। इस प्रशिक्षण में अकबरपुर की सीडीपीओ श्वेता कुमारी, सिरदला की अंजू कुमारी कुमारी, गोविदपुर की सरोज हंसदा, नारदीगंज की सीडीपीओ शोभा कुमारी, सभी प्रखंडों की महिला पर्यवेक्षिका, केयर की प्रखंड प्रबंधक फातिमा नजमी व दूसरे कर्मी उपस्थित थे।