जनसमस्याओं को लेकर भाकपा का प्रदर्शन
सूबे में गिरती कानून व्यवस्था बाढ़-सुखाड़ सहित स्थानीय जनसमस्याओं को लेकर भारतीय कम्युनिष्ट
सूबे में गिरती कानून व्यवस्था, बाढ़-सुखाड़ सहित स्थानीय जनसमस्याओं को लेकर भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी ने बुधवार को समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया। बाद में प्रदर्शन धरना में तब्दील हो गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अर्जुन सिंह ने की।
पार्टी के जिला सचिव डॉ. जयनंदन प्रसाद सिंह ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत खराब है। देश आर्थिक मंदी की ओर जा रहा है। महंगाई ने आम आवाम का जीना दूभर कर दिया है। डीजल-पेट्रोल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। सूबे में अनुसूचित वर्ग और अल्पसंख्यक असुरक्षित हैं। भीड़ की हिसा बढ़ती जा रही है। बाढ़ तथा सुखाड़ से निबटने के लिए कोई स्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है। वर्षा के अभाव में धान की रोपनी नहीं हो सकी है तो लोगों को पीने के लिए पानी नसीब नहीं हो रहा है। मजदूर नेता राजेंद्र मांझी ने सभी मजदूरों को दो सौ दिन रोजगार की गारंटी करने, सभी भूमिहीन गरीबों को 10 डिसमील जमीन देने, मजदूरों के पलायन रोकने आदि की मांग की। मौके पर रामकृष्ण महतो, राजेंद्र वर्मा, जर्नादन सिंह, श्याम किशोर सिंह, ललन कुमार, रामतिलक प्रसाद, इंद्रदेव प्रसाद, सत्येंद्र प्रसाद, उत्तम कुमार आदि उपस्थित थे।
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प्रमुख मांगें
- नवादा जिला को अकाल क्षेत्र घोषित किया जाए।
- बाढ़ व सुखाड़ का स्थाई समाधान किया जाए।
- किसानों का सभी कर्ज माफ किया जाए।
- जिले में पेयजल संकट को दूर किया जाए।
- काम के इच्छुक लोगों को 200 दिन रोजगार की गारंटी दी जाए।
- बुजुर्गों को तीन हजार रुपये वृद्धावस्था पेंशन दिया जाए।
- भूमिहीनों को 10 डिसमील जमीन का पर्चा तथा पर्चाधारियों को जमीन पर कब्जा दिया जाए।
- सभी बेरोजगारों पांच हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।