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लोक अदालत में 1456 मामलों का हुआ निपटारा

नए साल के पहले राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1456 मामलों का निपटारा 11 बेंचों के माध्यम से आपसी समझौता के आधार पर किया गया। इस दौरान एक करोड़ 25 लाख 73 हजार 926 रुपये की वसूली हुई। जिला अंतर्गत विभिन्न बैंकों ने 1188 ऋणियों के साथ समझौता किया। दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक ने सबसे अधिक ऋणियों के साथ समझैता किया। वहीं पंजाब नेशनल बैंक द्वितीय स्थान पर रहा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 09:50 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 09:50 PM (IST)
लोक अदालत में 1456 मामलों का हुआ निपटारा
लोक अदालत में 1456 मामलों का हुआ निपटारा

नए साल के पहले राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1456 मामलों का निपटारा 11 बेंचों के माध्यम से आपसी समझौता के आधार पर किया गया। इस दौरान एक करोड़ 25 लाख 73 हजार 926 रुपये की वसूली हुई। जिला अंतर्गत विभिन्न बैंकों ने 1188 ऋणियों के साथ समझौता किया। दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक ने सबसे अधिक ऋणियों के साथ समझैता किया। वहीं पंजाब नेशनल बैंक द्वितीय स्थान पर रहा।

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जिला विधि सेवा प्राधिकार के सचिव प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि 1456 मामलों में विभिन्न न्यायालय में लंबित 261 मामलों का निपटारा हुआ। शेष मामले बैंक, विद्युत, टेलीफोन, बीमा आदि कंपनियां का था। दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक ने 560 ऋणियों से समझौता करते हुए 68 लाख 18 हजार 06 रुपये वसूले। जबकि पंजाब नेशनल बैंक ने 557 ऋणियों के साथ समझौता करते हुए 45 लाख 46 हजार रुपये वसूले। वहीं, भारतीय स्टेट बैंक ने 61 ऋणियों के साथ समझौता कर 09 लाख 73 हजार 500 रुपये वसूल किए।

विद्युत कंपनी ने 03 विपत्रों को संशोधित किया तथा गलत विपत्र समझ कर अदालत पहंचने वालों को विपत्र से संबंधित जानकारी दिया। जिससे उपभोक्त संतुष्ट हुए। भारत संचार निगम लिमिटेड ने 04 उपभोक्ताओं से समझौता करते बकाया राशि वसूले।

विभिन्न अदालत में लंबित मोटर वाहन दुर्घटना दावा के 22 वादों को समझौता के आधार पर निष्पादित किया गया। वहीं, वन अधिनियम तथा श्रम अधिनियम के तहत भी कई मामलों को आपसी समझौता के आधार पर निपटाया गया। अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अनिल कुमार राम की बेंच ने सबसे अधिक 80 मामलों को समझौता के आधार पर निपटाया। श्री राम वर्तमान में कई अदालतों के प्रभारी दंडाधिकारी भी हैं।

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मुकदमों के निष्पादन में इनका रहा सहयोग

- आयोजित अदालत में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीष मृत्युंजय सिंह, सत्य प्रकाश शुक्ला, श्रीमति ख्याति सिंह, अशोक कुमार गुप्ता, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अनिल कुमार राम, कुमार अविनाश, अरविन्द कुमार गुप्ता, न्यायिक दंडाधिकारी दिवाकर कुमार, प्रशांत कुमार, आदीति कुमारी व राजीव कुमार ने अपने-अपने बेंचों पर मुकदमा का निष्पादन करवाया। वहीें अधिवक्ता रामानुज शर्मा, मिथिलेश कुमार, सुनिता कुमारी, मदन मोहन प्रसाद सिंह, भारत भूषण सिन्हा, मनोज कुमार, रामकृष्णा चौधरी, मदन पांडेय, डॉ. संजय कुमार मिश्रा, निशा गुप्ता एवं गोरे लाल अपने-अपने बेंचों पर पक्षकार को समझा कर समझौता कराया। जिला विधिक सेवा प्राधिकर के राकेश कुमार, सुशील कुमार, कुणाल कुमार, राम अखिलेश पासवान, अनीश, मो. साबिर हसन, दिवाकर, पीएलभी चन्द्रमौली शर्मा, आशुतोष कुमार, अनिल कुमार तथा इमरान ने भी अदालत की सफलता में काफी योगदान दिया। लोक अदालत में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात किए गए थे। पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस बल को भी देखा गया।

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प्रभारी जिला जज कर रहे थे निगरानी

-जिला एवं सत्र न्यायाधीश के प्रभार में रहे द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश समीर कुमार लोक अदालत पर निगरानी रखे हुए थे। प्राधिकार के सचिव प्रवीण कुमार सिंह के साथ अदालती कार्यवाही का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि लोक अदालत मुकदमे के पक्षकारों को मिलाने का एक प्लेटफार्म है। पक्षकारों को मिलाने तथा समझाने के लिए भी प्राधिकार में अधिवक्ता प्रतिनियुक्त हैं। लोक अदालत की सफलता पर सभी न्यायिक पदाधिकारी, कर्मी तथा अधिवक्ताओं को धन्यवाद दिया।


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