ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचाएं सुखाड़ अनुदान की योजनाएं
गुरुवार को डीएम कौशल कुमार ने कृषि सुखाड़ से संबंधित समीक्षा बैठक की गयी।
गुरुवार को डीएम कौशल कुमार ने कृषि सुखाड़ से संबंधित समीक्षा बैठक की गयी। समीक्षा में पाया गया कि जिले भर में 70 हजार 470 किसानों का अभी तक निबंधन हो चुका है। डीजल अनुदान के लिए 56 हजार 612 किसानों का निबंधन हुआ है। सुखाड़ इम्पुट अनुदान के लिए 15 हजार 671 किसानों ने आवेदन दिये हैं। डीएम कौशल कुमार ने कहा कि सुखाड़ प्रभावित किसानों को मुआवजा मिले। इस बाबत उन्होंने ज्यादा से ज्यादा किसानों को अनुदान का लाभ दिलाने का निर्देश दिया। समीक्षा के दौरान वसुधा केन्द्र के पदाधिकारी के कार्याें पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा किये जा रहे कार्याें की प्रगति काफी धीमी है। उन्होंने वसुधा केन्द्र के पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि प्रखंड कृषि पदाधिकारी समन्वयक, किसान सलाहकार की मदद से कैम्प लगाकर गरीब किसानों का निबंधन एक लाख तक पहुंचाने का प्रयास करें। उन्होंने निबंधन के कार्य में और भी प्रगति लाने को कहा। किसानों को डीबीटी के माध्यम से सीधे किसान के खाते में राशि का हस्तान्तरण होगा। अ¨सचित कृषि के लिए प्रति हेक्टेयर 6800 एवं ¨सचित कृषि के लिए प्रति हेक्टेयर 13500 अधिकतम दो हेक्टेयर अनुदान की राशि एक किसान को दिया जायेगा।
सहकारिता विभाग को कैंप लगाकर अनुदान का लाभ दिलाने का निर्देश
-सहकारिता विभाग ने किसानों को फसल सहायता योजना के लिए 17 हजार 469 किसानों का ऑन लाईन निबंधन किया है। इस योजना में प्रति हेक्टेयर 7500 रूपये अधिकतम दो हेक्टेयर दिया जायेगा। डीएम ने सख्त निर्देश देते हुए सहकारिता पदाधिकारी को कहा कि फिल्ड में कैम्प लगाकर ज्यादा से ज्यादा किसानों को फसल सहायता योजना एवं इम्पुट अनुदान के लिए निबंधन करायें। इस बैठक में उप विकास आयुक्त एसएम कैसर सुल्तान, जिला कृषि पदाधिकारी अरविन्द कुमार झा, आत्मा निदेशक संजय कुमार शर्मा, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, जिला सहकारिता पदाधिकारी, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी उपस्थित थे।