स्वास्थ्य सुविधाएं सहजता से जरूरतमंदों को उपलब्ध कराएं : मंत्री
नवादा। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अस्पतालों में प्रसव कार्य कम होने पर ¨चता जताई है। कह
नवादा। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अस्पतालों में प्रसव कार्य कम होने पर ¨चता जताई है। कहा कि भला कोई गरीब पैसा खर्च कर प्रसव के लिए निजी अस्पताल में क्यूं जाना चाहेगा। समाहरणालय सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक के क्रम में संस्थागत प्रसव एवं एएनसी की समीक्षा के दौरान उपस्थित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से उन्होंने कहा कि लोगों को हमारी स्वास्थ्य सुविधा या सेवा पर भरोसा होगा तो निश्चित रूप से सरकारी अस्पतालों में प्रसव की संख्या बढ़ेगी। स्पष्ट शब्दों में कहा कि या तो हम सुविधा नहीं दे पाते या पेसेंट को हम पर विश्वास नहीं है। हमें सरकारी अस्पतालों में प्रसव की संख्या बढ़ानी होगी साथ ही एएनसी में सुधार लाना होगा। मंत्री ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को निर्देश दिया कि अस्पताल में एक बड़ा बोर्ड लगाएं, जिसपर बड़े-बड़े शब्दों में यह लिखा होना चाहिए कि यहां सामान्य एवं सिजेरियन प्रसव की भी सुविधा मुफ्त में उपलब्ध है, बिचौलियों से सावधान रहें। उन्होंने कहा कि जब हम प्रसव हेतु अच्छी सुविधा देंगे तो हजारों रुपये खर्च कर निजी अस्पताल में कोई नहीं जाएगा।
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सब सेंटर को बनाएं कारगर
- मंत्री ने जिले के 172 हेल्थ सब सेंटर को कारगर बनाने को कहा ताकि स्थानीय स्तर पर ही छोटी-छोटी बीमारियों का ईलाज हो सके। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सप्ताह में कम से कम दो दिन स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर जाएं और यह सुनिश्चित करें कि वहां प्रतिनियुक्त एएनएम नियमित रूप से निर्धारित तिथि को उपस्थित रहे। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आशा वर्करों के साथ नियमित रूप से बैठक करें और बैठक की फोटो वाट्सएप ग्रुप में डालें। एएनएम भी स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर जाएं, वे भी अपना फोटो वाट्सएप ग्रुप में डालें। परिवार नियोजन के कार्याें को भी गंभीरता से लें। उन्होंने गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन का प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया।
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रक्त संग्रह को कैंप लगाएं
-मंत्री ने निर्देश दिया कि नियमित रूप से ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन करें। ताकि अधिक से अधिक यूनिट ब्लड जमा रहे। उन्होंने कहा जल्द ही ब्लड सेपरेटर सदर अस्पताल को उपलब्ध करवाया जाएगा। टीकाकरण की समीक्षा जिले की स्थिति को संतोषप्रद बताया। मंत्री ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया और कहा कि वर्तमान में 88 प्रतिशत उपलब्धि को 90 प्रतिशत से भी अधिक ले जाना है, ताकि टीकाकरण में बिहार देश के सर्वोत्तम राज्यों में से एक रहे।
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सुरक्षित मातृत्व योजना को सराहा
-प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि 09 मई को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में 1904 गर्भवती महिलाओं का पूर्ण जांच कराया गया। वहीं 09 जून को 4212 गर्भवती महिलाओं की संपूर्ण जांच कराई गई। मंत्री ने पदाधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों में प्रसव जांच के लिए आने वाली लगभग सभी महिलाएं काफी गरीब तबके की होती हैं। यह जांच उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को अभियान का रूप देने को कहा।
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रिक्त पदों पर नियुक्ति का आदेश
-जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा पिछले दिनों विभिन्न पदों पर की गई नियुक्तियों और संविदागत डॉक्टरों की नियुक्ति को आवश्यक बताते हुए ससमय नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करने पर संतोष जताते हुए कहा कि जिला स्तर पर जितने भी कर्मियों एवं डॉक्टरों के पद खाली हैं, उसका अविलम्ब विज्ञापन निकालें, ताकि डॉक्टरों एवं कर्मियों की कमी को दूर किया जा सके।
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दवा की न हो कमी
-मंत्री ने कहा कि गरीबों एवं जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधाएं सहजता से उपलब्ध हो, इसे हर हाल में सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त एंबुलेंस सेवा, पैथोलॉजी सेवा, अस्पतालों में सफाई की व्यवस्था, काला ज्वर, फाइलेरिया, मलेरिया, बच्चों का स्वास्थ्य कार्ड आदि का भी मंत्री द्वारा समीक्षा किया गया। बैठक में जिला पदाधिकारी कौशल कुमार, क्षेत्रीय अपर निर्देशक मगध डॉ. विनय कुमार यादव, सिविल सर्जन श्रीनाथ प्रसाद, डीपीआरओ परिमल कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार, डॉ. उमेश चन्द्रा, अस्पताल उपाधीक्षक सहित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी स्वास्थ्य प्रबंधक सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।