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प्राइवेट स्कूल समाज की आत्मा, सरकार न करे छेड़छाड़ : विजय

- प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की आठवीं वर्षगांठ मनी ---------------------- - संगठन के कार्यकलाप और मजबूती पर विस्तार से हुई चर्चा --------------------- फोटो-04 --------------------- संवाद सहयोगी नवादा

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Dec 2019 11:49 PM (IST)Updated: Wed, 25 Dec 2019 11:49 PM (IST)
प्राइवेट स्कूल समाज की आत्मा, सरकार न करे छेड़छाड़ : विजय
प्राइवेट स्कूल समाज की आत्मा, सरकार न करे छेड़छाड़ : विजय

नवादा। प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की आठवीं वर्षगांठ पर बुधवार को शिशु ज्ञान निकेतन में बैठक की गई। अध्यक्षता एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार ने की। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल समाज की आत्मा है। सरकार इसके साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास न करे। आज समाज के हर व्यक्ति का विश्वास प्राइवेट स्कूल के प्रति है। इस बात को सरकारी महकमे को समझना चाहिए और किसी भी प्रकार से इसे बाधित करने का प्रयास नहीं करे। हम बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देते हैं। इसके साथ ही समाज को सजाने का काम करते हैं। हमसभी यह प्रयास भी करते हुए हैं कि हमारी गतिविधि से किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी नहीं हो। समाज और सरकार से सहयोग की अपेक्षा करते हैं। यदि सरकारी सहयोग और समाज का प्यार मिलते रहे तो काफी अच्छे तरीके से समाज को सजाने का काम कर सकते हैं। इनसे पहले महासचिव धर्मेंद्र प्रसाद सिंह ने पिछले वर्ष का कार्यकलाप का ब्योरा पेश किया। सचिव मनोज कुमार मिश्रा ने कहा कि जिला प्रशासन प्राइवेट स्कूल को हमेशा सरकारी स्कूल से जोड़कर देखती है, यह सरासर अन्याय है। उपाध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा कि आरटीई के तहत बच्चों को पढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने सूची सौंपी थी। आज उसी प्रकार आरटीई के तहत होने वाला भुगतान किया जाता तो बेहतर रहता। जिला शिक्षा कार्यालय में लेनदेन का सामना करना पड़ता है। महासचिव धर्मेंद्र ने कहा कि प्राइवेट स्कूल एनजीओ या ट्रस्ट के माध्यम से संचालित होता है। फिर भी कई स्कूलों को सेलटैक्स भरने का नोटिस दिया गया, जो गलत है। सचिव सर्वेश कुमार ने कहा कि हर सामाजिक गतिविधियों में प्राइवेट स्कूल बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती है। आरटीई के तहत पढ़ने वाले बच्चों का भुगतान नहीं किया गया तो प्राइवेट स्कूल मानव श्रृंखला आयोजन में भाग नहीं लेगी। केडी शर्मण ने कहा कि ठंड और शीतलहर में समय बदल कर प्राइवेट स्कूल संचालन की अनुमति मिलनी चाहिए। मो. मुस्तकीम ने कहा कि स्कूल बंद करने से सिलेबस पूरा नहीं हो पाता है। जिससे परेशानी होती है। शिशु ज्ञान निकेतन के निदेशक विजय कुमार ने आगत अतिथियों को स्वागत किया।

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